ED ने मंत्री सत्येंद्र जैन के परिवार और कंपनियों की संपत्ति जब्त की
नई दिल्ली। प्रवर्तन निदेशालय ने मंगलवार को कहा कि उसने मनी लॉन्ड्रिंग की जांच के सिलसिले में दिल्ली सरकार के मंत्री सत्येंद्र जैन के परिवार और कंपनियों की 4.81 करोड़ रुपये की संपत्ति जब्त कर ली है। जैन अरविंद केजरीवाल के नेतृत्व वाली सरकार में स्वास्थ्य, बिजली, गृह, पीडब्ल्यूडी, उद्योग, शहरी विकास, बाढ़, सिंचाई और पानी मंत्री हैं। ईडी ने 2018 में शकूर बस्ती के आम आदमी पार्टी (आप) विधायक से मामले के सिलसिले में पूछताछ भी की थी।
प्रवर्तन निदेशालय ने एक बयान में कहा कि उसने संपत्ति की कुर्की के लिए धन शोधन निवारण अधिनियम (पीएमएलए) के तहत एक अस्थायी आदेश जारी किया है।
जब्त की गई 4.81 करोड़ रुपये की अचल संपत्तियां अकिंचन डेवलपर्स प्राइवेट लिमिटेड, इंडो मेटल इंपेक्स प्राइवेट लिमिटेड, प्रयास इंफोसोल्यूशंस प्राइवेट लिमिटेड, मंगलायतन प्रोजेक्ट्स प्राइवेट लिमिटेड, जे.जे. आइडियल एस्टेट प्राइवेट लिमिटेड, वैभव जैन की पत्नी स्वाति जैन, अजीत प्रसाद जैन की पत्नी सुशीला जैन और सुनील जैन की पत्नी इंदु जैन की हैं।
ईडी की जांच में पाया गया कि 2015-16 की अवधि के दौरान जब सत्येंद्र कुमार जैन एक लोक सेवक थे, तो उनके द्वारा लाभकारी स्वामित्व वाली और नियंत्रित कंपनियों को हवाला मार्ग के माध्यम से कोलकाता बेस्ड एंट्री ऑपरेटरों को नकद ट्रांसफर के बदले शेल कंपनियों से 4.81 करोड़ रुपये की स्थानीय एंट्री प्राप्त हुईं।
ईडी ने उल्लेख किया कि इस रकम का उपयोग जमीन की सीधी खरीद या दिल्ली और उसके आसपास कृषि भूमि की खरीद हेतु लिए गए ऋण की अदायगी के लिए किया गया था। आप’ के मंत्री के खिलाफ मनी लॉन्ड्रिंग का ईडी का मामला अगस्त 2017 में सीबीआई द्वारा उनके और अन्य के खिलाफ आय से अधिक संपत्ति रखने के आरोप में दर्ज की गई एफईआआर से उपजा है।
गौरतलब है कि, केजरीवाल ने फरवरी में कहा था कि उन्हें सूत्रों से पता चला है कि ईडी पंजाब विधानसभा चुनाव से ठीक पहले सत्येंद्र जैन को गिरफ्तार करने जा रही है और केंद्र पर आरोप लगाया कि वह यह महसूस कर रही है कि भाजपा चुनाव हार जाएगी। AAP ने मार्च में पंजाब विधानसभा चुनाव जीता और सीमावर्ती राज्य में भगवंत मान के मुख्यमंत्री के रूप में अपनी सरकार बनाई।