-चंडीगढ़ मेयर चुनाव में 36 में से 16 वोट पाकर BJP ने जीत दर्ज की। चुनाव के दौरान आठ मतपत्रों को अवैध घोषित किया गया।
-यदि एक मेयर चुनाव में ये लोग इतना गिर सकते हैं तो देश के चुनाव में तो ये किसी भी हद तक जा सकते हैं। ये बेहद चिंताजनक है।-CM अरविन्द केजरीवाल
चंडीगढ़/एजेंसी। चंडीगढ़ मेयर चुनाव को BJP और इंडिया गठबंधन के बीच पहले बड़े मुकाबले के रूप में देखा जा रहा था। हालांकि आम आदमी पार्टी के मेयर पद के उम्मीदवार कुलदीप कुमार भाजपा के उम्मीदवार मनोज सोनकर से हार गए। इस झटके के बाद कुलदीप कुमार कैमरों के सामने ही फूट-फूटकर रोने लगे। कुलदीप कुमार की आंखों से आंसू बह रहे थे और उनके आसपास मौजूद लोग उन्हें सांत्वना दे रहे थे और लगातार भाजपा के खिलाफ नारेबाजी कर रहे थे।
चंडीगढ़ मेयर चुनाव में भाजपा की जीत के बाद इंडिया गठबंधन के नेताओं की कड़ी प्रतिक्रिया सामने आई है। मंगलवार को हुए चुनावों में भाजपा ने AAP और कांग्रेस के गठबंधन के खिलाफ चुनाव लड़ा। AAP और कांग्रेस इंडिया गठबंधन के प्रमुख घटक हैं। चुनावों से पहले AAP के वरिष्ठ नेता राघव चड्ढा ने गठबंधन के लिए “ऐतिहासिक और निर्णायक” जीत की भविष्यवाणी की थी और कहा था कि यह आगामी लोकसभा चुनावों के लिए दिशा तय करेगा।
हालांकि चुनाव में 36 में से 16 वोट पाकर भाजपा ने जीत दर्ज की। चुनाव के दौरान 8 मतपत्रों को अवैध घोषित किया गया। इसे लेकर AAP ने भाजपा पर बेईमानी का आरोप लगाया और चुनावों को “देशद्रोह” करार दिया। पंजाब में आम आदमी पार्टी सत्ताधारी पार्टी है।
वहीं राघव चड्ढा ने दावा किया कि कुलदीप कुमार जीत गए होते, अगर आठ मतपत्रों को पीठासीन अधिकारी अनिल मसीह ने अवैध घोषित नहीं किया होता. कुलदीप कुमार को 12 वोट मिले थे। अनिल मसीह भाजपा के अल्पसंख्यक सेल के सदस्य भी हैं।
‘क्या BJP भारत को उत्तर कोरिया बनाना चाहती है?’
AAP के राज्यसभा सांसद ने कहा, “यह ‘देशद्रोह’ है। हमारे आठ वोट अवैध घोषित किए गए। बीजेपी का एक भी वोट अवैध घोषित नहीं किया गया। जब कोई वोट अवैध घोषित किया जाता है तो पीठासीन अधिकारी को सभी दलों के एजेंटों को दिखाना होता है, लेकिन आज ऐसा नहीं हुआ।”
उन्होंने पूछा, “अवैध घोषित किए जाने से पूर्व न चुनाव एजेंट और न ही उपायुक्त को मतपत्र दिखाया गया. यदि वे मेयर चुनाव के लिए ऐसा कर सकते हैं, तो कल्पना करें कि वे लोकसभा चुनाव में क्या कर सकते हैं। क्या भाजपा भारत को उत्तर कोरिया बनाना चाहती है?” चुनाव परिणाम घोषित होने के बाद चंडीगढ़ नगर निगम से सामने आए वीडियो में कुलदीप कुमार को रोते देखा जा सकता है, जबकि पार्टी के अन्य कार्यकर्ता उन्हें सांत्वना दे रहे हैं। AAP कार्यकर्ता बारी-बारी से अपने हाथों और रुमाल से कुमार के आंसू पोंछते और भाजपा के खिलाफ नारे लगाते रहे।
आम आदमी पार्टी के संयोजक अरविंद केजरीवाल ने इसे बेईमानी से मिली जीत बताया है। केजरीवाल ने कहा कि चंडीगढ़ मेयर चुनाव में दिन दहाड़े जिस तरह से बेईमानी की गई है, वो बेहद चिंताजनक है। यदि एक मेयर चुनाव में ये लोग इतना गिर सकते हैं तो देश के चुनाव में तो ये किसी भी हद तक जा सकते हैं। ये बेहद चिंताजनक है।
पंजाब के को-इंचार्ज डॉक्टर संदीप पाठक ने चंडीगढ़ मेयर चुनाव पर टिप्पणी करते हुए कहा कि चंडीगढ़ मेयर चुनाव में जिस स्तर की बेईमानी देखी गई वह बेहद चिंताजनक है। यदि येही स्थिति स्थानीय चुनाव में होती हैं, तो यह हमारे राष्ट्रीय चुनावों की अखंडता पर गंभीर सवाल खड़ा करता है। यह बेहद चिंताजनक है और हमारी चुनावी प्रक्रियाओं की गहन जांच की मांग करता है। हार से नाराज आप पार्षद प्रेमलता ने कहा कि हम हाई कोर्ट जाएंगे। आज बीजेपी ने धोखे से जीत हासिल की है। मेरे हाथ से बैलेट छीन लिया गया। किरण खेर लगातार इशारा कर रही थीं। आठ वोट अवैध कैसे हो सकते हैं?
आम आदमी पार्टी पंजाब के नेता व चंडीगढ़ के पूर्व मेयर प्रदीप छाबड़ा ने कहा कि भाजपा शहर में लोकतंत्र को खत्म करने का काम कर रही है। उन्होंने कहा कि यह साफ था कि भाजपा के पास इस बार वोट कम थे, लेकिन बावजूद इसके वह जबरदस्ती चुनाव जीतने में लग रहे। पहले चुनाव में बेवजह से देरी की गई और अब वोटों को अवैध करार देकर गलत तरीके से चुनाव जीतने का काम किया गया। उन्होंने कहा कि चंडीगढ़ की जनता भाजपा को कभी माफ नहीं करेगी और आने वाले लोकसभा चुनाव में सबक सिखाएगी।
पंजाब आप ने ट्वीट किया कि क्या ये 8 रद्द वोट इस बात का सबूत नहीं हैं कि जानबूझकर कुछ गलत किया जा रहा है? क्या चुनाव अधिकारी का बार-बार ध्यान भटकाना यह नहीं दर्शाता कि वह कुछ गलत कर रहे हैं? अगर भाजपा ने चंडीगढ़ मेयर चुनाव में इस हद तक तानाशाही रवैया अपनाया है तो सोचिए देश का क्या होगा?
बीजेपी ने कहा , AAP और कांग्रेस के ठगबंधन की हार
उधर, भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता जयवीर शेरगिल ने अपनी पार्टी की जीत को लोकतंत्र की जीत बताया है। उन्होंने कहा, “चंडीगढ़ मेयर चुनाव में भाजपा की जीत लोकतंत्र की जीत है और AAP और कांग्रेस के ‘ठगबंधन’ की हार है। भाजपा की जीत झूठ पर सच्चाई की जीत है, भ्रष्टाचार की राजनीति पर राष्ट्र-सेवा की राजनीति की जीत है और AAP और कांग्रेस की अवसरवादी राजनीति पर जनसेवा की राजनीति की जीत है। ”
चंडीगढ़ मेयर चुनाव में हार को इंडिया गठबंधन के लिए बड़े झटके के रूप में देखा जा रहा है। यह परिणाम गठबंधन के वास्तुकारों में से एक बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के एनडीए में चले जाने के कुछ ही दिनों बाद आया है। साथ ही यह बदलाव गठबंधन के भीतर उथल-पुथल के दौर में हुआ है, जब पश्चिम बंगाल में तृणमूल कांग्रेस और पंजाब में AAP ने घोषणा की कि है वे इन राज्यों में अपने दम पर लोकसभा चुनाव लड़ेंगे।