नई दिल्ली। दिल्ली पुलिस ने नवजात शिशुओं की तस्करी में शामिल एक गिरोह के 6 आरोपियों को गिरफ्तार किया है। गिरोह के लोग ऐसे लोगों को निशाना बनाते थे, जिनकी संतान नहीं होती थी। इकरत उर्फ गुड्डी, रेणु, मोनी बेगम, रेखा, योगेश, मोहम्मद सददान, का गैंग जो नवजात शिशुओं की तस्करी और उन्हें बेचने में शामिल था। इनमें एक नवजात बच्चे का पिता और एक आईवीएफ सेंटर में सलाहकार के तौर पर काम करने वाली दो महिलाएं भी शामिल हैं।
पुलिस के मुताबिक,1 अप्रैल को बलजीत नगर की रहने वाली इकरत नाम की महिला ने शिकायत कि उसकी चाची उम्मत प्रवीण के पांच दिन के बेटे को कोई चोरी कर ले गया है, जांच में पता चला कि सीसीटीवी फुटेज में फोन करने वाली महिला ही बच्चा चोरी करने वाली संदिग्ध महिला के साथ चल रही है। जब इकरत से पूछताछ हुई तो उसने बताया कि बच्चा चोरी करने वाली महिला रेणु है।
पूछताछ में पता चला कि बच्चे का पिता सद्दान भी साजिश में शामिल था क्योंकि उसे पैसे की जरूरत थी। इकरत ने बताया वो रेणु, गुड़िया और मोनी के साथ नोएडा एक्सटेंशन के आईवीएफ क्लीनिक ले गई। उसके बाद बच्चे को योगेश, सोनम और रेखा को सौंप दिया। रेखा और सोनम आईवीएफ क्लिनिक में सलाहकार के रूप में काम करती हैं। इसलिए उनके पास निसंतान लोगों का डेटा होता था। उसके बाद ये लोग बच्चों को निसंतान लोगों को बेच देते थे। बच्चे के बदले रेणु, इकता, गुड़िया और मोनी को 50-50 हज़ार रुपये देने का वादा किया गया, जबकि बच्चे के पिता के लिए 1 लाख रुपये दिए गए। आरोपी योगेश के कहने पर पीड़ित बच्चा हरियाणा के फरीदाबाद से बरामद किया गया।
हरियाणा में फ़राज़ नाम के शख्स को बच्चा बेचा गया था। फ़राज़ के सामने इकरत ने खुद को बच्चे की मां जबकि रेणु को बुआ बताया। बच्चे को गोद देने के लिए फरीदाबाद में फ़र्ज़ी दस्तावेज भी बनवाये गए,अब पुलिस पता लगा रही है कि इस गैंग ने गोद देने के नाम पर कितने और नवजात बच्चे को बेचा है।