नई दिल्ली ( पीटीआई) स्विट्जरलैंड के IQAir द्वारा मापे गए एयर क्वालिटी इंडेक्स (वायु गुणवत्ता सूचकांक) के अनुसार, दिल्ली इस समय दुनिया का सबसे प्रदूषित शहर है। दिल्ली वायु गुणवत्ता सोमवार की सुबह “बहुत खराब” श्रेणी के करीब पहुंच गई है। दिल्ली में एयर क्वालिटी इंडेक्स खराब श्रेणी में 276 के पार चला गया है। दिल्ली का एक्यूआई सोमवार सुबह छह बजे कई जगहों पर 298 पर रहा था। मौसम विभाग ने कह है कि दिवाली की अगली सुबह एयर क्वालिटी इंडेक्स और भी गिरने की संभावना है।
पाकिस्तान का लाहौर शहर इस मामले में दूसरे स्थान पर आता है। वर्ल्ड AQI की वेबसाइट सबसे प्रदूषित शहरों के रूप में कतर के बाद भारत को दूसरे स्थान पर दर्शाती है, इस सूची में दिल्ली भी शामिल है। हालांकि दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल ने ट्वीट किया कि दिल्ली, एशिया के 10 सबसे प्रदूषित शहरों की लिस्ट में नहीं है, इसमें भारत के 8 शहर हैं।
SAFAR के डेटा बताते हैं कि दिल्ली में प्रदूषण में पराली जलाने की हिस्सेदारी 2 से 3 फीसदी है, पिछले साल की तुलना में इस बार इसमें करीब 15 फीसदी की कमी आई है। प्रदूषक PM2.5 का स्तर वर्तमान में दक्षिण दिल्ली में ग्रेटर कैलाश में करीब 400 MM प्रति माइक्रोग्राम है जो कि विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) की 5 माइक्रोग्राम (वार्षिक औसत) की सुरक्षित सीमा से करीब 80 गुना है। दिल्ली का वायु गुणवत्ता स्तर आज सुबह बेहद खराब में पहुंच गया। पटाखों और पराली जलने के कारण प्रदूषण की स्थिति पर विपरीत अधर पड़ा है।
दिल्ली का AQI आज सुबह छह बजे 298 मापा गया। बता दें कि शून्य से 50 तक के AQI को अच्छे , 51 से 100 के बीच को संतोषजनक , 101 से 2000 के बीच के AQI को मॉडरेट और 200 से 300 के बीच के AQI को खराब की श्रेणी में रखा जाता है। 301 से 400 के बीच के स्तर को बेहद खराब और 401 से 500 के बीच के स्तर को सीवियर की श्रेणी में रखा जाता है। रविवार को राष्ट्रीय राजधानी में 24 घंटे का AQI औसत 259 था जो कि दीपावली के पूर्व सात दिनों में सबसे कम था। तापमान और हवा की गति कम होने के बाद रातों-रात प्रदूषण का स्तर बढ़ गया और लोगों ने दिल्ली के कई हिस्सों में पटाखे फोड़े। खेत में आग लगने की संख्या बढ़कर 1,318 हो गई, जो इस सीजन में अब तक का सबसे अधिक है।
हालांकि, रात में तापमान में गिरावट और हवा की गति के बीच प्रदूषण का स्तर बढ़ गया क्योंकि छोटी दिवाली पर भी दिल्ली में लोगों ने पटाखे फोड़े हैं। दिल्ली के 35 मॉनेटरिंग स्टेशनों में से 19 मॉनेटरिंग स्टेशन में वायु गुणवत्ता “बहुत खराब” श्रेणी में दर्ज की है। जबकि आनंद विहार ने “गंभीर” स्तर पर पहुंच गई।
दिल्ली के आसपास शहरों में गाजियाबाद 300, नोएडा 299, ग्रेटर नोएडा 282, गुरुग्राम 249 और फरीदाबाद में 248 एक्यूआई दर्ज किया गया। बता दें कि 0 और 50 के बीच एक्यूआई को “अच्छा”, 51 और 100 “संतोषजनक”, 101 और 200 “मध्यम”, 201 और 300 “खराब”, 301 और 400 “बहुत खराब”, और 401 और 500 “गंभीर” माना जाता है। केंद्रीय पृथ्वी विज्ञान मंत्रालय के तहत आने वावी पूर्वानुमान एजेंसी सफर ने पहले भविष्यवाणी की थी कि शांत हवाओं और कम तापमान के कारण सोमवार सुबह हवा की गुणवत्ता “बहुत खराब” हो सकती है। सफर ने भविष्यवाणी की है कि अगर पिछले साल की तरह पटाखे फोड़ते हैं, तो दिवाली की रात हवा की गुणवत्ता “गंभीर” स्तर तक गिर सकती है और एक और दिन “रेड” जोन में बनी रह सकती है। पराली और पटाखा फोड़ना अगर जारी रहा तो ये और भी नुकसानदायक हो सकता है।