नई दिल्ली। देश के 15वें राष्ट्रपति के चुनाव के लिए मतदान जारी है। इस मतदान में कुल 4800 निर्वाचित सांसद और विधायक हिस्सा ले रहे हैं। चुनाव में राजग उम्मीदवाद द्रौपदी मुर्मू की जीत और इसके साथ ही देश के शीर्ष संवैधानिक पद पर पहली बार आदिवासी महिला की ताजपोशी तय है। 27 दलों के समर्थन के साथ द्रौपदी मुर्मू का पलड़ा भारी है। वहीं महज 14 दलों के समर्थन के साथ सिन्हा को करीब 3.62 लाख वोट ही मिलने की उम्मीद है।
हरियाणा कांग्रेस विधायक कुलदीप बिश्नोई ने पिछले महीने राज्य सभा के चुनाव में क्रॉस वोटिंग की थी। अब उन्होंने राष्ट्रपति चुनाव को लेकर भी कहा है कि उनके मन ने जिस बात की गवाही दी, वही किया है। माना जा रहा है कि उन्होंने एनडीए उम्मीदवार द्रौपदी मुर्मू को वोट दिया है।
कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी, कांग्रेस नेता मल्लिकार्जुन खड़गे, अधीर रंजन चौधरी, शशि थरूर ने संसद पहुंचकर राष्ट्रपति चुनाव के लिए अपना वोट डाला।
आम आदमी पार्टी के सांसद हरभजन सिंह ने सोमवार को दिल्ली में राष्ट्रपति चुनाव के लिए वोटिंग की। इसके साथ ही भाजपा सांसद गौतम गंभीर ने मतदान किया। दोनों ही नेता टीम इंडिया के पूर्व क्रिकेटर रहे हैं।
असम से AIUDF के विधायक करिमुद्दीन बारभुइया ने दावा करते हुए कहा है कि असम में कांग्रेस के विधायकों ने क्रॉस वोटिंग की है। करिमुद्दीन के मुताबिक, कांग्रेस ने रविवार को बैठक बुलाई थी। लेकिन इसमें सिर्फ 2-3 विधायक पहुंचे थे। सिर्फ जिला अध्यक्ष ही मीटिंग में पहुंचे थे। इससे साफ होता है कि कांग्रेस के विधायकों ने क्रॉस वोटिंग की। इतना ही नहीं उन्होंने दावा किया कि कांग्रेस के 20 से ज्यादा विधायकों ने क्रॉस वोटिंग की। उन्होंने कहा कि परिणाम आने के बाद आपको नंबर पता चल जाएगा।
प्रगतिशील समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष शिवपाल यादव ने कहा है कि वह मुलायम यादल को आईएसआई एजेंट कहने वाले यशवंत सिन्हा का कभी समर्थन नहीं कर सकते। उन्होंने कहा कि सपा के नेता जो नेता जी सिद्धांतों को मानते हैं वे यशवंत सिन्हा का समर्थन नहीं करेंगे।
अकाली दल बादल ने बीजेपी की राष्ट्रपति प्रत्याशी को वोट करने का फैसला
शिरोमणि अकाली दल बादल में बगावत हो गई है। हलका दाखा के विधायक मनप्रीत सिंह अयाली ने पार्टी हाईकमान पर गंभीर आरोप लगाते हुए राष्ट्रपति चुनाव का बायकॉट कर दिया है। पंजाब में गठबंधन टूटने के बावजूद अकाली दल बादल ने बीजेपी की राष्ट्रपति प्रत्याशी को वोट करने का फैसला किया था। लेकिन अकाली दल के विधायक मनप्रीत सिंह अयाली ने पार्टी के फैसले को दरकिनार कर राष्ट्रपति चुनाव का बायकॉट कर दिया है | कुछ देर पहले लाइव होकर विधायक अयाली ने अपने इस फैसले की जानकारी दी।
भाजपा को ही बंगाल में झटका लगता
NDA की ओर से उतारी गईं राष्ट्रपति उम्मीदवार द्रौपदी मुर्मू की जीत तय मानी जा रही है। महाराष्ट्र समेत कई राज्यों में विपक्षी दलों के नेता भी मुर्मू के पक्ष में वोट कर सकते हैं, लेकिन इस बीच खुद भाजपा को ही बंगाल में झटका लगता दिख रहा है। यहां पार्टी के कई विधायक और सांसद विपक्ष के राष्ट्रपति उम्मीदवार यशवंत सिन्हा के पक्ष में क्रॉस वोटिंग कर सकते हैं। टीएमसी के सीनियर नेताओं ने यह दावा किया है। टीएमसी नेताओं ने कहा कि भाजपा के 7 विधायकों और 2 सांसदों ने वेस्टिन होटल में रात गुजारी थी। अब वे मतदान के दौरान एनडीए कैंडिडेट द्रौपदी मुर्मू की बजाय विपक्षी उम्मीदवार यशवंत सिन्हा को वोट डाल सकते हैं।
बिहार के सांसदों व विधायकों के वोट का मूल्य
इस चुनाव में लोकसभा और राज्यसभा के सांसद और राज्यों की विधान सभाओं के सदस्य यानी विधायक वोट डालते हैं। राज्यों की आबादी और राज्य विधानसभा में सीटों की संख्या के हिसाब से हरेक मतदाता का एक वोट वैल्यू होता है। उसी के आधार पर राष्ट्रपति चुनाव में मिले कुल मत पर हार जीत का फैसला होता है।
बिहार विधानसभा में कुल 243 सदस्य होते हैं लेकिन फिलहाल 242 सदस्य हैं। इसके अलावा कुल 56 सांसद (40 लोकसभा और 16 राज्यसभा) हैं। इनका कुल वोट वैल्यू- 81,066 (41866 विधायकों के और 39200 सांसदों के) है। इनमें NDA का शेयर- 55,571 और विपक्षी गठबंधन का मत मूल्य 25,322 है। राज्य में एक विधायक के वोट का वैल्यू- 173 और एक सांसद के वोट का वैल्यू -700 है।
राज्य में सत्तारूढ़ NDA के पास इस वक्त कुल 127 विधायक और कुल 48 सांसद (39 लोकसभा और 9 राज्यसभा) हैं, इसलिए उसके पास कुल मत मूल्य (21971- विधायकों और 33600 सांसदों) 55,571 हैं। वहीं राजद की अगुवाई वाले विपक्षी गठबंधन के पास फिलवक्त 114 विधायक और आठ सांसद (एक लोकसभा और सात राज्यसभा) हैं। इनका कुल वोट वैल्यू क्रमश: 19,722 और 5,600 यानी कुल 25,322 है।