नई दिल्ली। कांग्रेस अध्यक्ष बनते ही मल्लिकार्जुन खड़गे ने बड़े फैसले लेना शुरू कर दिया है। खड़गे ने CWC की जगह एक दूसरी कमेटी का गठन किया है जिसमें 47 सदस्यों को जगह दी गई है। इस नई कमिटी में शशि थरूर का नाम शामिल नहीं है। सूचि में सोनिया गांधी, राहुल गांधी, मनमोहन सिंह, एके अंटनी के नाम जरूर शामिल किये गए हैं।
23 सदस्यों वाली कांग्रेस वर्किंग कमेटी (CWC) द्वारा बड़े फैसले लिए जाते थे। लेकिन अब मल्लिकार्जुन खड़गे ने उस CWC को ही खत्म कर दिया है। उसकी जगह उन्होंने एक नई कमेटी बना दी है जिसमें 47 सदस्यों को जगह दी गई है। अब यही कमेटी कांग्रेस पार्टी में बड़े फैसले लेगी।
बता दें कि मल्लिकार्जन खड़गे ने कांग्रेस के संविधान को ध्यान में रखते हुए ही इस नई कमेटी का गठन किया है। कांग्रेस की तरफ से एक प्रेस नोट जारी किया गया है, उसमें साफ लिखा है कि कांग्रेस के आर्टिकलXV (b) के तहत इस स्टीरिंग कमेटी का गठन किया गया है जो अब कांग्रेस वर्किंग कमेटी (CWC) की जगह काम करेगी।
खड़गे ने अपनी इस टीम में कई बड़े चेहरों को जगह दी है। टीम की सूचि में अभिषेक मनु सिंघवी, आनंद शर्मा, रणदीप सुरजेवाला, अजय माकन, दिग्विजय सिंह, अंबिका सोनी,हरीश रावत, जयराम रमेश,केसी वेणुगोपाल, मीरा कुमार, पीएल पुणिया, प्रमोद तिवारी, सलमान खुर्शीद, राजीव शुक्ला को भी शामिल किया गया है। लेकिन सवाल वहीं है कि इस कमेटी में शशि थरूर को क्यों शामिल नहीं किया गया। उनके नाम की चर्चा लंबे समय से चल रही थी, लेकिन उन्हें शामिल किया जाएगा या नहीं, इस पर अलग-अलग राय थीं। एक गुट अगर थरूर का समर्थन कर रहा था तो एक वो भी था जो उन्हें शामिल नहीं करना चाहता था।
अब क्योंकि अध्यक्ष पद के चुनाव के दौरान शशि द्वारा कई तरह के आरोप लगाए गए थे। उन्होंने मतगणना पर भी सवाल उठाए थे, मीडिया के सामने कुछ बयान भी दिए थे, ऐसे में कांग्रेस के कई नेता उनसे नाराज बताए जा रहे थे। नाराजगी इस बात पर ज्यादा थी कि उन्होंने मीडिया के सामने पार्टी की एक प्रक्रिया को सवालों के घेरे में ला दिया।
अध्यक्ष पद के चुनाव में मल्लिकार्जुन खड़गे ने शशि थरूर को एक अच्छे अंतर से हरा दिया था। उस चुनाव में खड़गे को एक तरफ 7897 वोट मिले तो वहीं शशि थरूर को 1072 वोटों से संतुष्ट होना पड़ गया। बड़ी बात ये रही उस जीत के साथ कांग्रेस को पूरे 24 साल बाद एक गैर गांधी अध्यक्ष मिला।
कांग्रेस की संचालन समिती में आनंद शर्मा, मुकुल वासनिक जैसे कुछ गिने चुने नेताओं के अलावा जी 23 के नेताओं को जगह नहीं दी गई है। इसके अलावा वरिष्ठ नेता मनीष तिवारी, पीजे कुरियन, पृथ्वीराज जव्हाण, भूपेंद्र हुड्डा को भी इस सूची से बाहर रखा गया है। बता दें कि इन नेताओं ने ही सोनिया गांधी को पत्र लिखकर पार्टी का नेतृत्व बदलने की बात कही थी।
लेकिन अब क्या इसी कारण से शशि थरूर को मल्लिकार्जुन खड़गे ने इस नई टीम में जगह नहीं दी है ? अभी तक कांग्रेस ने थरूर को शामिल ना करने को लेकर कोई सफाई पेश नहीं की है। खुद शशि थरूर ने भी इस पर कोई प्रतिक्रिया नहीं दी है। ऐसे में अभी इस समय सिर्फ कयास लग रहे हैं, तमाम अटकलें चल रही हैं, लेकिन स्पष्ट कुछ नहीं है।