नई दिल्ली। उत्तराखंड के उत्तरकाशी में एक और बादल फटा है और अब हर्षिल घाटी में प्राकृतिक आपदा आई है। न्यूज एजेंसी ANI के मुताबित, भारतीय सेना के एक अधिकारी ने जानकारी दी कि निचले हर्षिल क्षेत्र में एक शिविर से 8-10 भारतीय सेना के जवान लापता बताए जा रहे हैं। इस घटना में अपने ही लोगों के लापता होने के बावजूद, भारतीय सेना के जवान राहत कार्यों में लगे हुए हैं।
उत्तरकाशी में बादल फटने की वजह से भारी तबाही मची है। बादल आर्मी बेस कैंप के पास फटा है, जिसका वीडियो सामने आया है। वीडियो में देख सकते हैं कि पहाड़ी से तेज प्रवाह के पानी नीचे की ओर आ रहा है। ऊपर आसमान में काले घने बादल छाए हैं। वहीं हर्षिल घाटी में बादल फटने से आया मलबा आर्मी बेस कैंप और हेलीपैड को बहा ले गया। सेना के जवानों समेत करीब 200 लोगों के लापता होने की आशंका है। कैंप में 14 राजपूताना राइफल रेजिमेंट तैनात थी।
हर्षिल घाटी में ऐसे मची है तबाही
बता दें कि हर्षिल घाटी की कई उपघाटियों में आज बादल फटने की घटनाओं से धाराली, हर्षिल और सुक्की जैसे क्षेत्रों में तबाही मच गई है। हर्षिल के पास मंदाकनी गदेहरा (छोटी नदी) है, जिसके पास अब झील बन रही है। प्राकृतिक आपदा के चलते कई जगहों पर भूस्खलन होने और बाढ़ आने की स्थिति बन गई है। धराली गांव में खेड़ा गाड़ के पास भारी मलबा आने से गांव प्रभावित हुआ है। हर्षिल क्षेत्र में ताल गाड़ में भूस्खलन हुआ है। वहीं, सुक्की गांव के सामने बह रही भेला गाड़ में बाढ़ आने की तस्वीरें सामने आ रही हैं, जिससे गांव में दहशत का माहौल बना हुआ है।
धराली गंगोत्री धाम से 18 किमी दूर
धराली गांव उत्तराखंड के उत्तरकाशी जिले में स्थित एक छोटा पहाड़ी गांव है। यह गांव भागीरथी नदी के किनारे, हर्षिल घाटी के पास बसा हुआ है।धराली गांव गंगोत्री यात्रा का एक प्रमुख पड़ाव है। गंगोत्री धाम से पहले यह अंतिम बड़ा गांव है, जहां से लोग आगे की कठिन चढ़ाई के लिए रुकते हैं। तीर्थयात्रियों को यहां रहने और खाने की सुविधा मिलती हैं।
देहरादून से 218 किमी और गंगोत्री धाम से 18 किमी दूर है। अब तक यह सामने नहीं आया है कि आपदा के वक्त यहां कितने लोग मौजूद थे। प्रशासन का कहना है कि नुकसान का आकलन किया जा रहा है।
धराली गांव के ऊपर भी फटा बादल
बता दें कि हर्षिल घाटी से पहले धराली गांव के ऊपर पहाड़ी पर बादल फटा था, जिसके बाद पहाड़ी से भारी मलबा, पानी और बड़े-बड़े पत्थर आए। इस मलबे और पानी ने पूरे धराली गांव को तबाह कर दिया। गांव में बने घर बह गए और घरों में रहने वाले लोग मलबे के नीचे दब गए। कुछ लोग समय रहते जान बचाने में कामयाब हो गए। वहीं 4 लोगों के शव बरामद हो चुके हैं। 50 से ज्यादा लोग मलबे के नीचे दबे हैं। प्रधानमंत्री मोदी, गृह मंत्री अमित शाह, उत्तराखंड CM पुष्कर धामी, BJP अध्यक्ष जेपी नड्डा, कांग्रेस सांसद राहुल गांधी, कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने आपदा पर शोक जताया है।