8 साल का आय का स्रोत ज्ञात नहीं – CBI
नई दिल्ली। केन्द्रीय अन्वेषण ब्यूरो (CBI) ने जल शक्ति मंत्रालय के तहत आने वाले सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रम वाटर एंड पावर कंसल्टेंसी सर्विसेज (वैपकोस) के पूर्व अध्यक्ष और प्रबंध निदेशक राजिंदर कुमार गुप्ता के ठिकानों से 20 करोड़ से अधिक की नकदी जब्त की है। CBI ने गुप्ता के 19 ठिकानों से 20 करोड़ रुपये से अधिक की नकदी जब्त की है CBI ने आय से अधिक संपत्ति मामले में कार्रवाई करते हुए दिल्ली, चंडीगढ़, पंचकुला, गुरुग्राम, सोनीपत और गाजियाबाद समेत 19 जगहों पर छापेमारी की।
अधिकारियों ने मंगलवार को यह जानकारी दी है। CBI की ओर से हाल ही में गुप्ता के खिलाफ आय के ज्ञात स्रोतों से अधिक संपत्ति अर्जित करने के लिए मामला दर्ज किया गया था। छापेमारी के दौरान गुप्ता के ठिकानों से बड़ी मात्रा में गहने, कीमती सामान और आपत्तिजनक दस्तावेज बरामद किए गए हैं।
अधिकारियों ने बताया कि गुप्ता और उनके परिवार के सदस्यों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज करने के बाद CBI ने उनके परिसरों की तलाशी ली। जहां संपत्ति और अन्य कीमती सामानों से संबंधित दस्तावेजों के अलावा 20 करोड़ रुपये नकद जब्त किए गए। ‘वाप्कोस’ जल शक्ति मंत्रालय के प्रशासनिक नियंत्रण के तहत सरकार के पूर्ण स्वामित्व वाला केंद्रीय सार्वजनिक क्षेत्र का उद्यम है। इसे पहले ‘वाटर एंड पावर कंसल्टेंसी सर्विसेज (इंडिया) लिमिटेड’ के रूप में जाना जाता था।
CBI का आरोप है कि आरोपी ने अपने कार्यकाल के दौरान 1 अप्रैल 2011 से 31 मार्च 2019 के बीच अपनी आय के ज्ञात स्रोतों से कहीं अधिक संपत्ति अर्जित की। CBI के मुताबिक, आरोपी ने रिटायर्ड होने के बाद दिल्ली स्थित एक निजी कंपनी के नाम से एक कंसल्टेंसी का कारोबार शुरू किया था। आरोपियों की कथित अचल संपत्तियों में फ्लैट, व्यावसायिक संपत्तियां और फार्म हाउस हैं, जो दिल्ली, गुरुग्राम, पंचकुला, सोनीपत और चंडीगढ़ में हैं।
आरोपियों में राजेंद्र कुमार गुप्ता के साथ ही उनकी पत्नी रीमा सिंघल, बेटा गौरव सिंघल और बहू कोमल सिंघल शामिल हैं। आज दिल्ली, गुरुग्राम, चंडीगढ़, सोनीपत और गाजियाबाद में आरोपी के परिसरों में लगभग 19 स्थानों पर जगहों पर तलाशी ली गई। इस दौरान 20 करोड़ रुपये से ज्यादा की नकदी, बड़ी मात्रा में गहने, कीमती सामान और आपत्तिजनक दस्तावेज बरामद किए गए हैं।