– ‘फेसलेस’ योजना से छेड़छाड़ का है आरोप
नई दिल्ली (एजेंसी)। CBI ने आयकर विभाग के एक उपायुक्त और एक चार्टर्ड अकाउंटेंट (CA) को आयकर आकलन की ‘फेसलेस’ योजना को विफल करने के आरोप में शुक्रवार को गिरफ्तार किया। वित्त मंत्रालय ने पारदर्शिता बढ़ाने, भ्रष्टाचार रोकने के लिए ‘फेसलेस’ योजना शुरू की है।
इसे ‘फेसलेस’ इसलिए कहा जाता है, क्योंकि करदाता को अपने कर का आकलन करने वाले अधिकारी के पास जाने की जरूरत नहीं होगी। उसे यह भी पता नहीं चलेगा कि वह अधिकारी कौन है। इससे भ्रष्टाचार कम होगा। हालांकि, आरोपियों ने योजना से संबंधित गोपनीय जानकारी जुटाई और रिश्वत ली।
अधिकारियों ने बताया कि आयकर विभाग के दिल्ली स्थित झंडेवालान कार्यालय में तैनात 2015 बैच के भारतीय राजस्व सेवा के अधिकारी उपायुक्त विजयेंद्र को गिरफ्तार किया गया, जबकि चार्टर्ड अकाउंटेंट दिनेश कुमार अग्रवाल को गुजरात के भरूच में गिरफ्तार किया गया।
जांच से पता चला है कि दोनों ने अधिक मूल्य के लंबित आयकर आकलन मामलों में विभिन्न करदाताओं से संपर्क कर रिश्वत के बदले में जांच के तहत उनके मामलों में अनुकूल आदेश देने का वादा किया। सीबीआइ ने छह फरवरी को मामले के सिलसिले में दिल्ली, मुंबई, पश्चिम चंपारण समेत 18 स्थानों पर छापेमारी की थी।
संघीय एजेंसी के एक प्रवक्ता ने एक बयान में कहा, ‘‘हालांकि, ये आरोपी व्यक्ति इस योजना से संबंधित गोपनीय जानकारी जैसे कि आकलन करने वाले अधिकारी का नाम, जांच के तहत मुद्दे आदि, लंबित बड़े-बड़े मूल्यांकन/अपील मामलों से संबंधित अन्य जानकारी को एकत्रित और प्रसारित कर रहे हैं और उसके बाद रिश्वत की रकम वसूल रहे हैं। गिरफ्तार आरोपियों को क्षेत्राधिकार वाली अदालत में पेश किया जायेगा।’’
सीबीआई ने छह फरवरी को मामले के सिलसिले में दिल्ली, मुंबई, ठाणे, पश्चिम चंपारण (बिहार), बेंगलुरु और कोट्टायम (केरल) समेत 18 स्थानों पर छापेमारी की थी। एजेंसी ने आयकर विभाग की एक शिकायत पर प्रारंभिक जांच शुरू की थी, जिसे बाद में प्राथमिकी में बदल दिया गया, क्योंकि प्रथमदृष्टया अधिकारियों की मिलीभगत का पता चला था।