नई दिल्ली। लोकसभा चुनाव 2024 से पहले देश के कई राज्यों में विधानसभा के चुनाव होने हैं। इसी की तैयारी में जुटी भारतीय जनता पार्टी ने मंगलवार 4 जुलाई को चार राज्यों में अपने अध्यक्ष बदल दिए हैं। केंद्रीय मंत्री जी. किशन रेड्डी को तेलंगाना के बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष के रूप में नियुक्त किया गया है। पूर्व केंद्रीय मंत्री डी. पुरंदेश्वरी को आंध्र प्रदेश, पूर्व सीएम बाबूलाल मरांडी को झारखंड और सुनील जाखड़ को पंजाब में पार्टी की कमान दी गई है।
देश में अगले साल लोकसभा चुनाव हैं। ऐसा माना जा रहा है कि आगामी लोकसभा चुनाव के मद्देनजर ही ये फेरबदल किए गए हैं। आंध्र प्रदेश के पूर्व सीएम किरन कुमार रेड्डी को BJP ने राष्ट्रीय कार्यकारिणी का सदस्य बनाया है। वे अप्रैल में बीजेपी में शामिल हुए थे। एटाला राजेंद्र को तेलंगाना में बीजेपी की चुनाव प्रबंधन समिति का अध्यक्ष नियुक्त किया गया है। बीजेपी की ओर से जारी बयान में कहा गया है कि बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा ने इन नियुक्तियों को अंतिम रूप दिया है और ये तत्काल प्रभाव से लागू होंगी।
जी. किशन रेड्डी को तेलंगाना के भाजपा प्रदेश अध्यक्ष के रूप में नियुक्त किया गया है, डी. पुरंदेश्वरी को आंध्र प्रदेश भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष के रूप में नियुक्त किया गया है, पूर्व सीएम बाबूलाल मरांडी झारखंड के प्रदेश अध्यक्ष बने, सुनील जाखड़ पंजाब के पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष बनाए गए हैं।
बाबूलाल मरांडी बने झारखंड के BJP प्रदेश अध्यक्ष
बाबूलाल मरांडी झारखंड में बीजेपी के कद्दावार नेता माने जाते हैं। बाबूलाल मरांडी झारखंड के पहले मुख्यमंत्री रहे हैं। फिलहाल वे झारखंड विधानसभा में विपक्ष के नेता हैं। उनके राजनीतिक सफर की बात करें तो बीजेपी ने 1991 में उन्हें दुमका लोकसभा सीट से टिकट दिया था, लेकिन वह हार गए थे। बीजेपी ने इसके बाद उन्हें पार्टी की झारखंड इकाई का अध्यक्ष बनाया था।
उनके नेतृत्व में ही पार्टी ने 1998 के चुनाव में झारखंड क्षेत्र की 14 लोकसभा सीटों में से 12 सीटें जीती थीं। वह 1998 से 2000 तक बीजेपी के नेतृत्व वाली एनडीए की सरकार में केंद्रीय राज्य मंत्री रहे थे। 2000 में झारखंड का गठन होने के बाद एनडीए राज्य में सत्ता में आई और मरांडी झारखंड के पहले मुख्यमंत्री बने थे।
बाबूलाल मरांडी कई बार लोकसभा के सांसद रहे हैं। उन्होंने 2006 में बीजेपी की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दे दिया था और झारखंड विकास मोर्चा नाम से एक नई पार्टी बनाई थी। उनके छोटे बेटे की अक्टूबर 2007 में झारखंड के गिरिडीह जिले में एक नक्सली हमले में मौत हो गई थी। 2019 के विधानसभा चुनाव के बाद उन्होंने 2020 में अपनी पार्टी जेवीएम का बीजेपी में विलय कर दिया था।
बता दें कि, केंद्रीय मंत्रिपरिषद में फेरबदल की संभावना को लेकर जारी चर्चाओं के बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार 3 जुलाई को केंद्रीय मंत्रिपरिषद की बैठक की अध्यक्षता की थी। लोकसभा चुनाव की तैयारियों में जुटी बीजेपी के शीर्ष नेतृत्व की इससे पहले कई दौर की बैठकें चली थीं। इन बैठकों में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह, बीजेपी के अध्यक्ष जेपी नड्डा और पार्टी के संगठन महामंत्री बी एल संतोष शामिल रहे थे। तीनों नेताओं ने 28 जून को पीएम मोदी से भी मुलाकात की थी। जिसके बाद अब ये बदलाव किए गए हैं।
मोदी सरकार में कैबिनेट मंत्री हैं जी किशन रेड्डी
तेलंगाना में बीजेपी ने मोदी सरकार में मंत्री जी किशन रेड्डी को कमान सौंपी है। बीजेपी हाल के दिनों BRS सरकार के खिलाफ काफी मुखर रही है। गौरतलब है कि तेलंगाना में कुछ ही दिनों में विधानसभा चुनाव होने वाले हैं। जी. किशन रेड्डी केंद्र सरकार में पर्यटन, संस्कृति और विकास मंत्री के रूप में कार्यरत हैं। वह 2019 में सिकंदराबाद लोकसभा सीट से चुनाव जीते थे। रेड्डी ने अपना राजनीतिक करियर 1977 में जनता पार्टी के युवा नेता के रूप में शुरू किया था। 1980 में बीजेपी के गठन के बाद से वह पार्टी में हैं।
रेड्डी 2002 से 2005 तक भारतीय जनता युवा मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष रहे थे। वह 2004 में हिमायतनगर निर्वाचन क्षेत्र से विधायक के रूप में चुने गए थे और 2009 और 2014 में अंबरपेट विधानसभा क्षेत्र से फिर जीते थे। जी. किशन रेड्डी इससे पहले भी तेलंगाना बीजेपी के अध्यक्ष रहे हैं। 2019 में उन्हें मोदी सरकार में मंत्री बनाया गया था।
कांग्रेस छोड़कर बीजेपी में शामिल हुए थे सुनील जाखड़
सुनील जाखड़ बीते साल मई में कांग्रेस छोड़कर भारतीय जनता पार्टी में शामिल हुए थे। पूर्व में वो कांग्रेस पार्टी के भी प्रदेश अध्यक्ष रह चुके हैं। सुनील जाखड़ को इससे पहले BJP में राष्ट्रीय कार्यसमिति का सदस्य बनाया गया था। जाखड़ पहली बार 2002 में अबोहर से पंजाब विधानसभा के लिए चुने गए थे। 2007 और 2012 में, वह अबोहर से फिर से चुनाव जीते। गुरदासपुर में उपचुनाव जीतने के बाद वह संसद बने थे। वह 2012-2017 तक पंजाब विधानसभा में विपक्ष के नेता रहे थे। कांग्रेस आलाकमान से नोटिस मिलने के कुछ दिनों बाद उन्होंने 14 मई 2022 को कांग्रेस छोड़ दी थी। कांग्रेस छोड़ने के बाद जाखड़ ने कहा था कि निजी स्वार्थ के लिए राजनीति का इस्तेमाल नहीं करता। मैंने हमेशा जोड़ने का काम किया, तोड़ने का नहीं।
डी. पुरंदेश्वरी BJP महिला मोर्चा प्रभारी नियुक्त
दग्गुबाती पुरंदेश्वरी पहले कांग्रेस में थीं। वे कांग्रेस के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार में 2009 में मानव संसाधन विकास मंत्रालय में राज्य मंत्री और उसके बाद 2012 में वाणिज्य और उद्योग मंत्रालय में राज्य मंत्री रही थीं। पूर्व सांसद पुरंदेश्वरी कांग्रेस से इस्तीफा देने के बाद 2014 में बीजेपी में शामिल हो गई थीं। 2014 में उन्होंने बीजेपी के टिकट पर लोकसभा चुनाव लड़ा और हार गई थीं। उन्हें बीजेपी ने महिला मोर्चा प्रभारी नियुक्त किया था। 2020 से वह ओडिशा बीजेपी की राज्य प्रभारी रही हैं। डी पुरंदेश्वरी को आंध्रप्रदेश में कमान दी गई है। टीडीपी के संस्थापक रहे एनटी रामाराव की वो बेटी हैं। गौरतलब है कि इससे पहले वो पार्टी की महासचिव भी रह चुकी हैं।