नई दिल्ली। महाराष्ट्र की राजनीति ने रविवार को एक नया मोड़ ले लिया है। अजित पवार ने NCP को तोड़ कर अपने चाचा शरद पवार का साथ छोड़ विपक्षी दल में जा मिले हैं। शरद पवार भी अपने भतीजे के इस कदम को भांप नहीं पाए। अजित पवार समेत नौ विधायक शिंदे सरकार में शामिल हो गए हैं। सूत्रों के मुताबिक, अजित पवार का अगला कदम NCP पर दावा ठोकना हो सकता है। वहीं, महाराष्ट्र सरकार में शामिल होने पर अजित पवार के समर्थक इस वक्त जश्न मना रहे हैं।
महाराष्ट्र की सियासत में रविवार को महा पॉलिटिकल ड्रामा हुआ। NCP नेता अजित पवार ने अपने चाचा शरद पवार की पार्टी तोड़ दी और 29 विधायकों के साथ एकनाथ शिंदे सरकार में शामिल हो गए। दोपहर ढाई बजे के करीब अजित पवार ने मंत्री पद की शपथ ली। अजित पवार को शिंदे सरकार में उपमुख्यमंत्री बनाया गया है। उनके कुछ सहयोगियों को भी सरकार में जगह दी गई है। पूरे घटनाक्रम पर शरद पवार ने कहा है कि वो अपनी पार्टी को फिर से खड़ा कर के दिखाएंगे।
राजभवन जाने से पहले अजित पवार ने विधायकों की बैठक बुलाई थी जिस पर शरद पवार ने कहा था कि ‘मुझे ठीक से नहीं पता लेकिन विपक्ष के नेता होने के नाते उन्हें विधायकों की बैठक बुलाने का अधिकार है। वह ऐसा नियमित रूप से करते हैं।’ शरद पवार के बयान से ऐसा लगता है कि वह अजित पवार के अगले कदम को भांप ही नहीं पाए और इसे सामान्य बैठक मान रहे थे। शरद पवार 2019 में NCP और BJP की अल्प-अवधि की बनाई गई सरकार को लेकर डिप्टी सीएम देवेंद्र फडणवीस के साथ बयानों में उलझे रह गए, इस बीच अजित पवार ने बड़ा खेल कर दिया।
NCP के कई विधायक थे नाराज
अजित पवार ने रविवार को अपने आवास पर बड़ी बैठक की थी। इसमें पार्टी के अधिकांश विधायक पहुंचे थे। इसी बैठक के बाद पवार सीधे राजभवन पहुंचे। बताया जा रहा है कि पटना में विपक्षी एकता बैठक में राहुल गांधी के साथ मंच साझा करने और उन्हें सहयोग करने के शरद पवार के एकतरफा फैसले से NCP के कई विधायक नाराज थे। अजित पवार के साथ मंत्रिमंडल में 8 अन्य मंत्रियों को भी शामिल किया गया है। अजित पवार ने कहा है कि कई और साथियों को मंत्रिमंडल में जगह दी जाएगी। अजित पवार ने दावा किया कि कुछ विधायक अभी नहीं पहुंचे कई और विधायक हमारे साथ हैं कुछ विधायक अभी विदेश में हैं।
महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री अजित पवार ने कहा कि कई लोग हमारी आलोचना करेंगे परन्तु हम उसे महत्व नहीं देते। हम महाराष्ट्र की प्रगति के लिए काम करते रहेंगे। इसीलिए हमने यह निर्णय लिया है। एनसीपी नेता शरद पवार ने पार्टी में टूट के बाद रविवार को मीडिया से बात करते हुए बीजेपी पर हमला बोला। साथ ही उन्होंने कहा कि मैं फिर से पार्टी खड़ा कर के दिखाऊंगा। उन्होंने अजित पवार के दावे पर कहा कि कुछ दिनों के बाद इस दावे की सच्चाई सामने आएगी।
अजित पवार अकेले नहीं हैं जिन्हें शिंदे मंत्रीमंडल में जगह मिली है। छगन भुजबल, दिलीप वलसे, हसन मुश्रीफ भी मंत्री बने हैं। अनिल पाटिल, अदिती तटकरे, धनंजय मुंडे, धर्मराव आत्राम, संजय बनसोडे ने भी मंत्री पद की शपथ ली है। बता दें कि छगन भुजबल NCP के प्रदेश अध्यक्ष रह चुके हैं। हाल ही उन्होंने NCP से यह मांग की थी कि किसी OBC नेता को प्रदेश अध्यक्ष बनाया जाना चाहिए। इसके लिए उन्होंने अपने नाम का भी प्रस्ताव दे डाला था।
NCP नेता शरद पवार ने पार्टी में टूट को लेकर कहा कि मैं अपनी पार्टी को फिर से खड़ा कर लूंगा। साल 1980 में चुनाव के बाद मैं जिस पार्टी का नेता था। उस पार्टी के 58 विधायक जीतकर आते थे। लेकिन 6 विधायक छोड़कर सभी विधायक ने पार्टी को छोड़ दिया था। मैंने विधायकों के साथ पार्टी को खड़ा किया है। मैं फिर पार्टी को खड़ा करुंगा। प्रफुल्ल पटेल को लेकर शरद पवार ने कहा कि उनपर अब भरोसा नहीं रहा। उन्होंने भरोसा तोड़ दिया है। पवार ने कहा कि उन्होंने बहुत बड़ी गलती की है।
महाराष्ट्र की जनता मेरा साथ देगी। NCP नेता शरद पवार ने कहा कि दो दिन पहले प्रधानमंत्री मोदी ने NCP के बारे कहा था कि NCP खत्म हो चुकी पार्टी है। उन्होंने भ्रष्टाचार के आरोपों का जिक्र किया था। मुझे खुशी है कि मेरे कुछ साथियों ने आज शपथ ली है। उनका सरकार में शामिल होने से यह स्पष्ट है कि वे सभी आरोप मुक्त हो गए हैं।
महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने कहा है कि जब किसी कर्मठ नेता-कार्यकर्ता को दबाया जाता है तब ऐसी घटना होती है। अजीत पवार एक काम करने वाले नेता है, विकास के ऊपर विश्वास रखने वाले नेता हैं इसलिए सबने उनका साथ दिया है। उद्धव ठाकरे की पार्टी की नेता प्रियंका चतुर्वेदी ने बीजेपी को अवसरवादी बताया है उन्होंने कहा है कि बीजेपी किसी भी कीमत पर सत्ता चाहती है।