नई दिल्ली। MCD बिल को लेकर आप और बीजेपी में राजनीतिक विरोध चल रहा है। दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविन्द केजरीवाल ने कहा है कि बीजेपी MCD चुनाव हरने के डर से तीनों नगर निगमों को एक करने का बिल ला रही है ताकि चुनाव टाला जा सके। इसी बीच टीएमसी सांसद महुआ मोइत्रा का बयान केजरीवाल के पक्ष को मजबूत बना दिया है। लोकसभा में पेश किए गए एमसीडी बिल का तृणमूल कांग्रेस ने विरोध किया है।
लोकसभा में टीएमसी सांसद महुआ मोइत्रा एक निजी न्यूज़ चैनल से खास बातचीत में कहा, ‘यह जो एमसीडी बिल है इस पर सिर्फ दिल्ली विधानसभा फैसला ले सकती है। उनको बिल पास करने का अधिकार है। संसद यह नहीं कर सकती क्योंकि 2011 में जो अमेंडमेंट हुआ था और 3 निगमों में जो बंटवारा किया गया था, वह दिल्ली विधानसभा में हुआ था। ‘ तृणमूल सांसद ने कहा कि अगर आप संविधान को देखें तो उसमें साफ-साफ कहा गया है कि निगम के जो पावर हैं वह सिर्फ राज्य के हैं और यह स्टेट लिस्ट में भी हैं। दोनों रूल्स के मुताबिक आप यह नहीं कर सकते। हमने यह कह दिया कि अगर आप को लाना ही है, आप दिल्ली के चुनाव जीत जाइए फिर एसेंबली से कीजिए। आप संसद में यह नहीं कर सकते।
महुआ ने कहा, ‘जब अप्रैल 22 को चुनाव होने हैं और दिल्ली के चुनाव आयोग ने आकर कह भी दिया था कि चुनाव समय पर होने वाले हैं। दिल्ली सरकार ने मामले में सुप्रीम कोर्ट में पिटीशन भी दाखिल किया है कि यह नहीं हो सकता है। आपको चुनाव करना है कि नहीं करना है आपको डीलिमिटेशन करना है 272 वार्ड से 250 वार्ड लाना है। आपको डीलिमिटेशन करना है उसमें करीब एक साल का वक्त लग जाएगा। यह सब अस्पष्ट है कि कब इलेक्शन होगा.’ बीजेपी पर हमला बोलते हुए उन्होंने कहा कि अगर इन्हें दिल्ली के भलाई के इतना ही शौक है तो दिल्ली के लोग बार-बार इनको हराते क्यों हैं। दो बार विधानसभा के चुनाव हुए जिसमें यह हार के बिल्कुल खत्म हो गए। बीजेपी से अगर लोगों का इतना ही प्यार है तो बार-बार यह हारते क्यों हैं.।
उन्होंने कहा कि ‘मोदी है तो मुमकिन है’ पर यह कैसे हो गया.मोदी की तो खासियत यही है कि जो आप कानून से कुछ नहीं कर सकते हैं तो बहुमत के जोर से करते हैं। दिल्ली का जिक्र करते हुए महुआ ने कहा कि दिल्ली बहुत सुंदर शहर है। बंगाल भी बहुत अच्छी जगह रहेगा। दोनों ही स्थानों पर बीजेपी की सरकार नहीं है, इसीलिए दोनों सुंदर हैं।