सेंसेक्स 2200 अंक टूटा, निवेशकों को 7.4 लाख करोड़ रुपये का नुकसान
मुंबई। सप्ताह के चौथे कारोबारी दिन भी भारतीय शेयर बाजार में बिकवाली हावी रही। इसका असर ये हुआ कि सेंसेक्स 634.20 अंक या 1.06 फीसदी टूटकर 59,464.62 अंक पर बंद हुआ है। वहीं, निफ्टी की बात करें तो 181.40 अंक या 1.01 फीसदी लुढ़क कर 17,757.00 अंक पर ठहरा। आपको बता दें कि बीते तीन दिन में सेंसेक्स में करीब 2200 अंक की गिरावट आई है और इनवेस्टर्स को 7.4 लाख करोड़ रुपये का नुकसान हो गया है। बीएसई इंडेक्स पर मार्केट कैपिटल 2,73,27,616.15 रुपए है। बता दें कि 17 जनवरी को बीएसई इंडेक्स का कैपिटल 2,80,02,437.71 रुपए था।
बीएसई इंडेक्स पर टॉप गेनर शेयर में पावरग्रिड, एयरटेल, एशियन पेंट, मारुति और अल्ट्राटेक हैं। वहीं, बजाज फिनसर्व, टीसीएस और इन्फोसिस के स्टॉक टॉप लूजर रहे।
सप्ताह के तीसरे कारोबारी दिन यानी बुधवार को भारतीय शेयर बाजार में भारी बिकवाली रही। सेंसेक्स और निफ्टी, दोनों में ही गिरावट की वजह से निवेशकों को बड़ा नुकसान हो गया था। कारोबार के अंत में सेंसेक्स 656.04 अंक या 1.08 फीसदी लुढ़क कर 60,098.82 अंक पर बंद हुआ। वहीं, निफ्टी की बात करें तो 174.65 अंक या 0.96 फीसदी लुढ़क कर 17,938.40 अंक के स्तर पर आ गया था।
बीएसई इंडेक्स के टॉप 30 स्टॉक में सबसे बड़ी गिरावट इन्फोसिस में रही। इन्फोसिस के अलावा एशियन पेंट, एचयूएल, नेस्ले, बजाज फाइनेंस के स्टॉक में 2 फीसदी से ज्यादा की गिरावट रही। विप्रो, कोटक बैंक, टीसीएस, आईसीआईसीआई बैंक, अल्ट्राटेक, एचसीएल, एचडीएफसी, एयरटेल के स्टॉक में भी 1 फीसदी से ज्यादा की गिरावट दर्ज की गई। एसबीआई, टाटा स्टील, मारुति के शेयर में 1 फीसदी से ज्यादा की बढ़ोतरी रही है।
शेयर बाजार में बिकवाली की मुख्य वजह वैश्विक स्तर पर कच्चे तेल की कीमतें हैं। बढ़ते भू-राजनीतिक तनाव और आपूर्ति पक्ष से जुड़ी बाधाओं की वजह से कच्चे तेल की कीमतों में बढ़ोतरी जारी रहने की आशंका है।