इम्फाल (एजेंसी) मणिपुर में मई 2023 से चली आ रही जातीय हिंसा जारी है। 19 सितम्बर शुक्रवार की शाम मणिपुर के बिष्णुपुर जिले में विद्रोहियों ने असम राइफल्स की गाड़ी पर हमला कर दिया। हमले में 2 जवान शहीद हो गए, जबकि 5 जवान घायल हुए हैं। घायलों को पुलिस और स्थानीय लोगों ने RIMS अस्पताल पहुंचाया।
घटना के बाद इलाके में सर्च ऑपरेशन शुरू कर दिया गया है। अधिकारियों के मुताबिक, घटना शाम करीब 6 बजे नम्बोल सबल लाइकाई इलाके में हुई, जब असम राइफल्स के जवान इम्फाल से बिष्णुपुर की ओर जा रहे थे। इस दौरान विद्रोहियों ने घात लगाकर वाहन पर अंधाधुंध गोलियां चलाई।
260 से अधिक लोगों की हो चुकी मौत
मणिपुर में मई 2023 से चली आ रही जातीय हिंसा ने राज्य को गहरे विभाजन की खाई में धकेल दिया है। मैतेई समुदाय (घाटी क्षेत्र) और कूकी-जो आदिवासी समुदाय (पहाड़ी क्षेत्र) के बीच शुरू हुई यह टकराव भूमि अधिकार, आरक्षण और आर्थिक संसाधनों पर केंद्रित रही। आधिकारिक आंकड़ों के अनुसार, हिंसा में अब तक 260 से अधिक लोगों की मौत हो चुकी है, जबकि 60,000 से ज्यादा लोग विस्थापित हैं। राज्य में फरवरी 2025 से राष्ट्रपति शासन लागू है, लेकिन हाल के घटनाक्रम – खासकर 19 सितंबर को असम राइफल्स पर हमला – ने शांति प्रयासों पर सवाल खड़े कर दिए हैं।
अचानक हुआ हमला
एक घायल जवान ने बताया कि वे पटसोई से लौट रहे थे। जहां असम राइफल्स की दूसरी टीम ड्यूटी पर थी। तभी अचानक हमला हो गया। बाइक पर सवार हथियारबंद लोगों ने छिपकर अचानक हमला किया। हमें संभलने का मौका ही नहीं मिला। कई राउंड फायरिंग करने के बाद हमलावर भाग गए।
राज्यपाल ने कहा, ऐसे हमलों को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा
मणिपुर के राज्यपाल अजय कुमार भल्ला ने शहीद जवानों के परिवारों के प्रति गहरी संवेदना व्यक्त की और उनके साहस और देशभक्ति की सराहना की। उन्होंने घायल जवानों के शीघ्र स्वस्थ होने की प्रार्थना भी की। राज्यपाल ने कहा कि इस तरह के हमलों को किसी भी स्थिति में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा और क्षेत्र में शांति और सुरक्षा बनाए रखने के लिए कड़ा कदम उठाया जाएगा।
हमला हम सबके लिए बड़ा झटका-पूर्व मुख्यमंत्री बीरेन सिंह
मणिपुर के पूर्व मुख्यमंत्री एन बीरेन सिंह ने कहा कि हमारे बहादुर जवानों पर घात लगाकर किए गए इस हमले की खबर से मैं गहराई से दुखी हूं। दो जवानों की शहादत और कई के घायल होने की खबर हम सबके लिए बड़ा झटका है। उन्होंने कहा कि शहीदों के परिवारों के प्रति मेरी संवेदनाएं और घायलों के जल्द स्वस्थ होने की प्रार्थना है। जवानों का साहस और बलिदान हमेशा याद रखा जाएगा और इस घिनौने हमले के दोषियों को सख्त सजा मिलनी चाहिए।
PM के दौरे से 2 दिन पहले 11 सितंबर को मणिपुर में हुई थी हिंसा
PM मोदी के मणिपुर दौरे के दो दिन पहले भी राज्य में फिर हिंसा भड़की थी। 11 सितंबर की रात चुराचांदपुर में उपद्रवियों ने पीएम मोदी के स्वागत में लगे पोस्टर बैनर फाड़ दिए, बैरेकेडिंग गिरा दी और उनमें आग लगा दी थी। यह घटना पीसोनमुन गांव में हुई, जो चुराचांदपुर पुलिस स्टेशन से लगभग 5 किलोमीटर दूर है। पुलिस ने उपद्रवियों को भगाया। लाठीचार्ज भी किया।
मोदी 13 सितंबर को राज्य का दौरा करेंगे और 8,500 करोड़ रुपए की सौगात देंगे। मोदी चुराचांदपुर के पीस ग्राउंड से 7,300 करोड़ रुपए के प्रोजेक्ट की आधारशिला रखेंगे। यह इलाका कुकी बहुल है। इसके साथ ही पीएम मैतेई बहुल इलाके इंफाल से 1,200 करोड़ रुपए के प्रोजेक्ट का इनॉगरेशन भी करेंगे।
मणिपुर हिंसा के बाद मोदी का यह पहला मणिपुर दौरा है। मई 2023 में मणिपुर में मैतेई और कुकी समुदायों के बीच जातीय हिंसा शुरू हुई थी। इस हिंसा में अब तक 260 से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है और हजारों लोग बेघर हो गए हैं। मणिपुर में 13 फरवरी से राष्ट्रपति शासन लागू है।