पूर्व राज्यपाल सत्यपाल मलिक का निधन

मलिक ने कहा था कि उनके सचिवों ने बताया कि इसमें घोटाला है, इसके बाद उन्होंने दोनों डील रद्द कर दी थीं। उन्हें दोनों फाइलों के लिए 150-150 करोड़ रुपए देने का ऑफर दिया गया था। मलिक ने कहा, 'मैंने कहा था कि मैं पांच कुर्ता-पायजामे के साथ आया हूं और सिर्फ उसी के साथ यहां से चला जाऊंगा। जब CBI पूछेगी तो मैं ऑफर देने वालों के नाम भी बता दूंगा।'

DrashtaNews

नई दिल्ली। पुलवामा हमले में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को दोषी ठहराने वाले पूर्व राज्यपाल सत्यपाल मलिक का मंगलवार को निधन हो गया। पूर्व राज्यपाल सत्यपाल मलिक को लंबी बीमारी के बाद दिल्ली के राम मनोहर लोहिया अस्पताल में दोपहर 1:12 बजे अंतिम सांस ली। 79 वर्षीय मलिक लंबे समय से बीमारी से जूझ रहे थे। उनके निधन से राजनीतिक गलियारों में शोक की लहर दौड़ गई है। मलिक के निधन की जानकारी उनके एक्स हैंडल से पोस्ट कर दी गई है।

सत्यपाल मलिक को थी पेशाब से जुड़ी समस्या
11 मई को उन्हें पेशाब से जुड़ी समस्या होने पर अस्पताल में भर्ती कराया गया था। वह किडनी की समस्या से जूझ रहे थे, इस वजह से उन्हें आरएमएल अस्पताल के ICU में शिफ्ट करना पड़ा था। नेन्फ्रोलॉजी विभाग के अध्यक्ष डॉ. महापात्रा की देखरेख में उनका इलाज चल रहा था। हालत बिगड़ने पर पिछले कई दिनों से उन्हें वेंटिलेटर पर रखा गया था। RML में उनका मधुमेह, किडनी रोग और हाइपरटेंशन का इलाज चल रहा था।
वे जम्मू-कश्मीर, बिहार, गोवा और मेघालय के राज्यपाल रहे। 2018 में ओडिशा के राज्यपाल का अतिरिक्त प्रभार भी संभाला। सत्यपाल 23 अगस्त 2018 से 30 अक्टूबर 2019 तक जम्मू-कश्मीर के राज्यपाल रहे। इन्हीं के कार्यकाल के दौरान ही आज ही के दिन 5 अगस्त 2019 को जम्मू-कश्मीर से आर्टिकल 370 को हटाया गया था।

 150-150 करोड़ रुपए देने का ऑफर

सत्यपाल मलिक ने 17 अक्टूबर 2021 को राजस्थान के झुंझुनूं में एक कार्यक्रम में कहा था कि उन्हें जम्मू-कश्मीर का राज्यपाल रहते करोड़ों की रिश्वत ऑफर हुई थी। उस दौरान उनके पास दो फाइलें आई थीं। इनमें एक बड़े उद्योगपति और दूसरी महबूबा मुफ्ती और भाजपा की गठबंधन सरकार में मंत्री रहे एक व्यक्ति की थी।

मलिक ने कहा था कि उनके सचिवों ने बताया कि इसमें घोटाला है, इसके बाद उन्होंने दोनों डील रद्द कर दी थीं। उन्हें दोनों फाइलों के लिए 150-150 करोड़ रुपए देने का ऑफर दिया गया था। मलिक ने कहा, ‘मैंने कहा था कि मैं पांच कुर्ता-पायजामे के साथ आया हूं और सिर्फ उसी के साथ यहां से चला जाऊंगा। जब CBI पूछेगी तो मैं ऑफर देने वालों के नाम भी बता दूंगा।’

CBI ने दो अलग-अलग मामलों में दर्ज की FIR
CBI ने इस मामले में 2 FIR दर्ज की थीं। पहली FIR लगभग 60 करोड़ रुपए के कॉन्ट्रैक्ट को जारी करने में कथित भ्रष्टाचार से संबंधित है। यह रकम 2017-18 में जम्मू-कश्मीर कर्मचारी स्वास्थ्य देखभाल बीमा योजना का ठेका देने के लिए एक इंश्योरेंस कंपनी से रिश्वत के तौर पर ली गई थी। दूसरी FIR 2019 में एक निजी फर्म को कीरू हाइड्रो पावर प्रोजेक्ट (एचईपी) के सिविल वर्क के लिए 2,200 करोड़ का कॉन्ट्रैक्ट देने में भ्रष्टाचार से जुड़ी है। CBI इन दोनों मामलों की जांच कर रही है।

सत्यपाल मलिक पर भ्रष्टाचार का आरोप लगा था
CBI ने 22 मई को सत्यपाल मलिक समेत 5 लोगों के खिलाफ जम्मू-कश्मीर के किरू हाइड्रोपावर प्रोजेक्ट से जुड़े भ्रष्टाचार मामले में चार्जशीट दाखिल की थी। इसमें करीब 2,200 करोड़ रुपए के सिविल वर्क्स कॉन्ट्रैक्ट में गड़बड़ी का आरोप है। CBI ने इसी मामले को लेकर 22 फरवरी 2024 को सत्यपाल मलिक के ठिकाने पर छापा मारा था। साथ ही दिल्ली में 29 अन्य ठिकानों पर भी रेड की थी।

कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने 14 अक्टूबर को जम्मू-कश्मीर के पूर्व राज्यपाल सत्यपाल मलिक का इंटरव्यू किया था। 28 मिनट की इस बातचीत में राहुल ने सत्यपाल मलिक से मणिपुर में हिंसा, पुलवामा हमला, किसान आंदोलन और जातिगत जनगणना समेत कई मुद्दों पर चर्चा की। मलिक ने राहुल से कहा कि चुनाव में सिर्फ 6 महीने रह गए हैं। मैं लिखकर दे रहा हूं कि अब मोदी सरकार नहीं आएगी

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