CBI ने IRS अधिकारी समेत 2 रिश्वतखोरों को किया गिरफ्तार

अमित कुमार सिंघल ने हर्ष कोटक की मदद से शिकायतकर्ता से कुल 45 लाख रुपये की मांग की थी। रिश्वत न देने की स्थिति में अमित कुमार सिंघल ने शिकायतकर्ता को कानूनी कार्रवाई, भारी जुर्माना और उत्पीड़न की धमकी दी थी।

DrashtaNews

नई दिल्ली (एजेंसी) केंद्रीय जांच ब्यूरो (CBI) ने 31 मई 2025 को एक गंभीर भ्रष्टाचार के मामले में 2007 बैच के भारतीय राजस्व सेवा (IRS) के वरिष्ठ अधिकारी अमित कुमार सिंघल को 25 लाख रुपये की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथ गिरफ्तार किया। इसके साथ ही एक अन्य व्यक्ति हर्ष कोटक को भी पकड़ा गया है।
रिपोर्ट्स के मुताबिक, शिकायतकर्ता से कुल 45 लाख रुपये की रिश्वत मांगी गई थी, 25 लाख रुपये उसी का आंशिक भुगतान था। CBI ने 31 मई को आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज किया था। यह रिश्वत आयकर विभाग की ओर से शिकायतकर्ता के खिलाफ किसी तरह की कार्रवाई को रोकने लिए मांगी गई थी।
अमित कुमार सिंघल पेशे से IRS अधिकारी है। वह वर्तमान में नई दिल्ली स्थित इनकम टैक्स डिपार्टमेंट अतिरिक्त महानिदेशक के पद पर तैनात हैं। वहीं दूसरा आरोपी बिचौलिया है, जिसने रिश्वत लेने की प्रक्रिया में अहम भूमिका निभाई थी।

45 लाख रुपये की मांगी रिश्वत
CBI ने जिन दो लोगों को गिरफ्तार किया है, उनमें एक इंडियन रेवेन्यू सर्विस के 2007 बैच के एक सीनियर अधिकारी अमित कुमार सिंघल का नाम भी शामिल है। यह वर्तमान में करदाता सेवा निदेशालय (Directorate of Taxpayer Services) नई दिल्ली में अतिरिक्त महानिदेशक के पद पर तैनात हैं। अधिकारी के साथ इसमें एक दूसरा निजी व्यक्ति भी शामिल था। CBI ने शिकायतकर्ता से मांगी गई कुल 45 लाख रुपये की रिश्वत के आंशिक भुगतान के तौर पर 25 लाख रुपये की रिश्वत मांगने और स्वीकार करने के आरोप में यह एक्शन लिया है।

कैसे हुए पूरे मामले का खुलासा?

सीबीआई की शुरुआती जांच में सामने आया कि अमित कुमार सिंघल ने हर्ष कोटक की मदद से शिकायतकर्ता से कुल 45 लाख रुपये की मांग की थी। रिश्वत न देने की स्थिति में अमित कुमार सिंघल ने शिकायतकर्ता को कानूनी कार्रवाई, भारी जुर्माना और उत्पीड़न की धमकी दी थी। अमित कुमार सिंघल ने हर्ष कोटक के माध्यम से पीड़ित से 45 लाख की रिश्वत मांगी थी। शुरुआत में 25 लाख टोकन अमाउंट देने पर सहमति हुई। हालांकि, इस दौरान ही CBI ने अधिकारों को रंगे हाथों पकड़ लिया।

सीबीआई ने जाल बिछाया और कर लिया अरेस्ट

केंद्रीय जांच एजेंसी ने इस भ्रष्टाचार की शिकायत मिलने के बाद सुनियोजित तरीके से जाल बिछाया और आरोपियों को रिश्वत की रकम लेते हुए रंगे हाथों पकड़ा। पहले तो शिकायतकर्ता की सूचना पर CBI ने शनिवार (31 मई) को FIR दर्ज की। योजना के अनुसार, 25 लाख की डीलिंग की गई उन्होंने बिचौलिया हर्ष कोटक को मोहाली में लोक सेवक के आवास पर शिकायतकर्ता से 25 लाख रुपये की रिश्वत मांगते और स्वीकार करते हुए रंगे हाथों पकड़ लिया था. इसके बाद मुख्य आरोपी अमित कुमार सिंघल को भी वसंत कुंज स्थित उसके आवास से गिरफ्तार किया गया।

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