-16 जून को लोकसभा का कार्यकाल पूरा होगा ,चुनाव में 97 करोड़ वोटर्स मतदान करेंगे। 10.5 लाख पोलिंग स्टेशन होंगे, जबकि 55 लाख EVM का इस्तेमाल किया जाएगा।
– मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार ने कहा कि 12 राज्यों में महिला मतदाताओं का अनुपात पुरुष मतदाताओं से अधिक है।
नई दिल्ली। EVM इलेक्ट्रोरल बांड, चुनाव आयुक्तों की नियुक्ति सहित तमाम विवादों के बीच चुनाव आयोग ने चुनाव का ऐलान कर दिया है। मुख्य चुनाव आयुक्त (CEC ) राजीव कुमार, दोनों चुनाव आयुक्तों ज्ञानेश कुमार और सुखबीर सिंह संधू के साथ विज्ञान भवन में प्रेस कॉन्फ्रेंस कर रहे हैं। मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार ने कहा कि चुनाव के लिए हमारी टीम तैयार है। उन्होंने कहा कि चुनाव में 97 करोड़ वोटर्स मतदान करेंगे। 10.5 लाख पोलिंग स्टेशन होंगे, जबकि 55 लाख EVM का इस्तेमाल किया जाएगा।
चुनाव का पर्व, देश का गर्व’
मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार ने कहा कि हमारी टीम चुनाव के लिए तैयार हैं। उन्होंने लोकसभा चुनाव 2024 को लेकर नारा देते हुए कहा कि चुनाव का पर्व, देश का गर्व। उन्होंने कहा कि भारत में चुनाव लोकतंत्र का पर्व होता है। यह दुनिया का सबसे बड़ा चुनाव है। भारत के चुनाव पर पूरी दुनिया की नज़र है। हमारा वादा है कि हम राष्ट्रीय चुनाव इस तरह से कराएंगे जिससे विश्व मंच पर भारत की चमक बढ़ सके।
मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार ने कहा कि 16 जून को लोकसभा का कार्यकाल पूरा होगा। हमारा हर चुनाव चुनौती और परीक्षा होता है। CEC राजीव कुमार ने कहा कि करीब 50 करोड़ पुरुष 47 करोड़ से ज्यादा महिलाएं मतदान करेंगे। 1.8 करोड़ पहली बार मतदाता, 88.40 लाख दिव्यांग, 19.01 लाख सैनिक सुरक्षा कर्मी, 48000 थर्ड जेंडर वोटर्स हैं। उन्होंने कहा कि हम मतदाता सूची बनाने और सुधार की प्रक्रिया में भी राजनीतिक दलों का सहयोग लेते हैं। ड्राफ्ट रोल दिखाकर राय लेकर हमने सबसे सॉलिड मतदाता सूची तैयार की है।
12 राज्यों में पुरुषों से ज्यादा महिला वोटर
सीईसी राजीव कुमार ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि दागी उम्मीदवारों को अपने बारे में अखबारों में बताना होगा। चुनाव में हिंसा के लिए कोई जगह नहीं होनी चाहिए। निष्पक्ष और हिंसामुक्त चुनाव कराने के लिए चुनाव आयोग प्रतिबद्ध है। पैसा, शराब और गिफ्ट नहीं बंटने देंगे। उन्होंने कहा कि 12 राज्यों में पुरुषों से ज्यादा महिला वोटर हैं। उन्होंने कहा कि सोशल मीडिया पर चुनाव आयोग पैनी नजर रखेगा। उन्होंने कहा कि चुनावों में बाहुबल का इस्तेमाल नहीं होने देंगे।
CEC ने कहा कि चुनाव कराने को लेकर ECI के सामने 4 चुनौतियां हैं. बाहुबल का इस्तेमाल, धनबल, झूठी खबर और एमसीसी का उल्लंघन। उन्होंने कहा कि हम हिंसा मुक्त चुनाव करवाना चाहते हैं, लिहाजा इलेक्शन के दौरान कोई भी खून-खराबा बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। हिंसा बर्दाश्त नहीं की जाएगी। आपराधिक पृष्ठभूमि वाले उम्मीदवारों को समाचार पत्रों और अन्य मीडिया आउटलेट्स में तीन बार जानकारी प्रकाशित करनी होगी। राजनीतिक दल को यह बताना होगा कि उन्होंने आपराधिक पृष्ठभूमि वाले उम्मीदवार को टिकट क्यों दिया।