नई दिल्ली। यमन में होदेइदाह के बंदरगाह से हूती विद्रोहियों द्वारा जब्त किए गए संयुक्त अरब अमीरात के झंडे वाले मालवाहक जहाज पर सवार सात भारतीय नाविक अच्छे स्वास्थ्य में हैं और सरकार हूती विद्रोहियों से उन्हें छोड़ने के लिए बात कर रही है। विदेश मंत्रालय ने शुक्रवार को ये जानकारी दी। इसके मुताबिक सरकार अपने संदेश को हूती विद्रोहियों तक पहुंचाने के लिए कई स्रोतों के संपर्क में है।
एक ऑनलाइन मीडिया ब्रीफिंग में एक सवाल के जवाब में, विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने कहा कि यूएई में स्थित शिपिंग कंपनी के साथ-साथ अन्य स्रोतों से प्राप्त जानकारी के अनुसार, सात भारतीय नाविक अच्छे स्वास्थ्य में हैं और सुरक्षित हैं व उन्हें नियमित भोजन दिया जा रहा है।
हालांकि, उन्हें पकड़ने वाले विद्रोही उन्हें अपने परिवारों के साथ बात करने की अनुमति नहीं दे रहे हैं। भारत सरकार कई स्रोतों के संपर्क में है, जिसमें होदेइदाह समझौते का समर्थन करने के लिए संयुक्त राष्ट्र मिशन भी शामिल है। भारत इनके जरिए नाविकों की सुरक्षा और भलाई के बारे में पूछताछ करने के साथ-साथ हूती विद्रोहियों को अपने संदेश भी भेजने की कोशिश कर रही है ताकि उन्हें जल्द से जल्द रिहा किया जाए।
इस महीने की शुरुआत में अबू धाबी में हुए आतंकी हमले पर बागची ने कहा कि विदेश मंत्री एस जयशंकर ने अपने संयुक्त अरब अमीरात के समकक्ष के साथ टेलीफोन पर बातचीत में आतंकवादी हमले की कड़े शब्दों में निंदा की। इसके बाद, संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद, जिसमें भारत वर्तमान में एक सदस्य है, ने एक प्रेस बयान में, 17 जनवरी को अबू धाबी में हुए जघन्य आतंकी हमले की कड़े शब्दों में निंदा की। बागची ने कहा, “हम घटनाक्रम की बारीकी से निगरानी कर रहे हैं।”