नोएडा। भूमि आवंटन में कथित अनियमितताओं के आरोप में ग्रेटर नोएडा विकास प्राधिकरण के मैनेजर दिगंबर सिंह को सस्पेंड कर विभागीय जांच की सिफारिश की गई है। उत्तर प्रदेश के औद्योगिक विकास मंत्री नंद गोपाल नंदी की ओर से शुक्रवार को जारी बयान में इस फैसले की जानकारी दी गई। बयान के मुताबिक, नोएडा प्राधिकरण के मुख्य कार्यकारी अधिकारी (CEO) ऋतु महेश्वरी कथित अनियमितता में सिंह की जांच करेंगी। उल्लेखनीय है कि इससे पहले भी संविदा पर तैनात रहे दो प्रबंधकों को बर्खास्त कर दिया गया था।
मंत्री नंद गोपाल गुप्ता नंदी ने कहा कि दिगम्बर सिंह ने दूषित भावना के तहत षडयंत्र करके अपात्र किसानों को अनुचित लाभ पहुंचाया है। दिगम्बर सिंह प्रबंधक ग्रेटर नोएडा का यह कार्य अपने पदीय दायित्वों के निर्वहन में घोर अनियमितता, कदाचार और भ्रष्टाचार का द्योतक है। उनके इस कृत्य से प्राधिकरण और सरकार की छवि धूमिल हुई है। जिस पर मंत्री नन्दी ने प्रबंधक दिगम्बर सिंह को तत्काल प्रभाव से निलम्बित करते हुए अनुशासनिक कार्यवाही के निर्देश दिए है। नोएडा की मुख्य कार्यपालक अधिकारी ऋतु माहेश्वरी को जांच अधिकारी नामित करते हुए जांच कर रिपोर्ट प्रस्तुत करने के निर्देश दिए गए हैं।
बयान में कहा गया है कि प्राधिकरण द्वारा अधिग्रहित भूमि के सापेक्ष में किसानों को ‘आबादी विस्तार भूखंडों’ के आवंटन के लिए कृषकों की पात्रता निर्धारित करने के लिए एक समिति बनी है, जिसने 25 जुलाई 2022 को हुई बैठक में 26 प्रकरणों में से केवल छह प्रकरणों को सही पाया और बाकी पर अगली बैठक पर विचार करने का फैसला किया। दिगंबर ने अनुमोदित छह मामलों में से चार में आवंटन पत्र जारी करने के साथ 17 अन्य किसानों को भी 28 जुलाई से एक अगस्त के बीच आरक्षण आवंटन पत्र जारी कर दिया, जबकि इनके मामलों की मंजूरी समिति ने नहीं दी थी।