भारत में निवेश करने का सबसे अच्छा समय है: पीएम मोदी
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी विश्व आर्थिक मंच (डब्ल्यूईएफ) के दावोस एजेंडा को संबोधित कर रहे हैं। अपने संबोधन में पीएम मोदी ने कहा, “भारत जैसी मजबूत डेमोक्रेसी ने पूरे विश्व को एक खूबसूरत उपहार दिया है, एक उम्मीदों का गुलदस्ता दिया है। इस गुलदस्ते में है, हम भारतीयों का डेमोक्रेसी पर अटूट विश्वास है।” पीएम मोदी ने कहा, “कोरोना के इस समय में हमने देखा है कि कैसे भारत ‘वन अर्थ वन हेल्थ’के विजन पर चलते हुए, अनेकों देशों को जरूरी दवाइयां देकर, वैक्सीन देकर, करोड़ों जीवन बचा रहा है। आज भारत दुनिया का तीसरा सबसे बड़ा फार्मा प्रोड्यूसर्स है, फार्मेसी टू वर्ल्ड है।”
पीएम मोदी के अलावा कई राष्ट्राध्यक्ष इस कार्यक्रम को संबोधित कर चुके हैं व करेंगे। जिनमें जापानी प्रधान मंत्री किशिदा फुमियो, ऑस्ट्रेलियाई प्रधान मंत्री स्कॉट मॉरिसन, इंडोनेशियाई राष्ट्रपति जोको विडोडो, इजरायल के प्रधान मंत्री नफ्ताली बेनेट, चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग और यूरोपीय संघ के आयोग के प्रमुख उर्सुआ वॉन डेर लेयेन शामिल हैं।
भारत में दुनिया में तीसरे नंबर के सबसे ज्यादा युनिकॉर्न: पीएम मोदी
संबोधन में पीएम ने कहा, “आज भारत, दुनिया में रिकॉर्ड सॉफ्टवेयर इंजीनियर भेज रहा है। 50 लाख से ज्यादा सॉफ्टवेयर डेवलपर्स भारत में काम कर रहे हैं। आज भारत में दुनिया में तीसरे नंबर के सबसे ज्यादा युनिकॉर्न हैं। 10 हजार से ज्यादा स्टार्ट-अप्स पिछले 6 महीने में रजिस्टर हुए हैं।” प्रधानमंत्री ने कहा, “आज भारत ‘ईज ऑफ डोइंग बिजनेस’ को बढ़ावा दे रहा है, सरकार के दखल को कम से कम कर रहा है। भारत ने अपने कॉर्पोरेट टैक्स रेट को सिंप्लीफाई करके, कम करके, उसे दुनिया में सबसे ज्यादा कम्पिटेटिव बनाया है। बीते साल ही हमने 25 हज़ार से ज्यादा कंप्लायंस कम किए हैं।”
बता दें कि यह आयोजन 17 से 21 जनवरी तक वर्चुअल मोड में आयोजित किया जा रहा है। कार्यक्रम की घोषणा करते हुए विश्व आर्थिक मंच की ओर से कहा गया था कि दावोस एजेंडा 2022 ऐसा पहला वैश्विक मंच होगा, जहां पूरे विश्व के बड़े नेता इस साल के लिए अपने दृष्टिकोण को साझा करेंगे। बता दें कि इस कार्यक्रम का विषय ‘विश्व के हालात’ रखा गया है।
प्रधानमंत्री मोदी ने दुनिया के नेताओं से कहा कि ये समय भारत में निवेश करने का सबसे अच्छा समय है। उन्होंने कहा, “भारतीयों में इनोवेशन की, नई टेक्नोलॉजी को एडॉप्ट करने की जो क्षमता है, एंटरप्रेन्योरशिप की जो स्पिरिट है, वो हमारे हर ग्लोबल पार्टनर को नई ऊर्जा दे सकती है। इसलिए भारत में इन्वेस्टमेंट का ये सबसे बेस्ट टाइम है।”