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‘राष्ट्र प्रथम’ के मंत्र को अपना मार्गदर्शक सिद्धांत बनाएं युवा -PM मोदी

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-बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री कर्पूरी ठाकुर के बारे में जानने और उनके आदर्शों को अपने जीवन का हिस्सा बनाने का भी आह्वान किया।

नई दिल्ली(एजेंसी)। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने बुधवार को कहा कि गणतंत्र दिवस परेड इस बार और विशेष होगी क्योंकि यह देश की महिला शक्ति को समर्पित है और साथ ही यह हमारा 75वां गणतंत्र दिवस भी होगा। उन्होंने यहां एक कार्यक्रम में राष्ट्रीय कैडेट कोर (NCC) कैडेट और राष्ट्रीय सेवा योजना (NSS) के स्वयंसेवकों के एक समूह से बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री कर्पूरी ठाकुर के बारे में जानने और उनके आदर्शों को अपने जीवन का हिस्सा बनाने का भी आह्वान किया।

उन्होंने कहा कि इससे उनका व्यक्तित्व नई ऊंचाई पर पहुंचेगा। प्रधानमंत्री ने युवाओं से यह भी कहा कि वे ‘राष्ट्र प्रथम’ के मंत्र को अपना मार्गदर्शक सिद्धांत बनाएं। उन्होंने कहा कि उन्हें ‘जेन जेड’ (जेड पीढ़ी) कहा जा सकता है लेकिन वह उन्हें (युवाओं को) ‘अमृत पीढ़ी’ कहना पसंद करेंगे। पिछड़े समुदाय से ताल्लुक रखने वाले ठाकुर की सराहना करते हुए मोदी ने कहा कि उन्हें भारत रत्न दिए जाने से युवा पीढ़ी उनके बारे में जानेगी और उनके जीवन से सीख लेगी जो कि आवश्यक है।

उन्होंने कहा कि ठाकुर अत्यधिक गरीबी और सामाजिक असमानता के बीच पैदा हुए, लेकिन वह दो बार बिहार के मुख्यमंत्री बने। उन्होंने कहा कि समाजवादी नेता हमेशा विनम्र रहे और समाज के हर वर्ग का ध्यान रखा। PM मोदी ने कहा कि उनका जीवन सामाजिक न्याय और वंचित वर्गों के उत्थान के लिए समर्पित था. उन्होंने कहा कि उनकी ईमानदारी को एक उदाहरण के रूप में उद्धृत किया जाता है।

प्रधानमंत्री ने कहा कि ठाकुर गरीबों के कल्याण और समाज के पिछड़े वर्गों के उत्थान के लिए अपने कार्यों में उनकी सरकार के लिए एक प्रेरणा रहे हैं। मोदी ने कहा कि उनकी सरकार भारत को 2047 तक विकसित राष्ट्र बनाने के लिए काम कर रही है और युवाओं की ऊर्जा से देश की गति तेज होगी। उन्होंने कहा, ‘‘हमारा संकल्प उनके सभी सपनों को पूरा करना और उनके जीवन को अवसरों से भरा बनाना है।” मोदी ने भारत के चंद्र मिशन का उदाहरण देते हुए कहा कि लोगों को विफलताओं से परेशान नहीं होना चाहिए।

PM मोदी ने कहा, ‘‘आपकी क्षमता और दृष्टि भारत को नई ऊंचाइयों पर ले जाएगी। ” मोदी ने छात्रों से अपने स्वास्थ्य, अनुशासन का ध्यान रखने, बुरी आदतों को छोड़ने और अपनी विरासत और संस्कृति पर गर्व करने के लिए कहा। उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय बालिका दिवस भी बुधवार को है और यह भारत की बेटियों के साहस, दृढ़ निश्चय और उपलब्धियों का उत्सव है। सरकार ने उन छात्राओं के लिए नए अवसर पैदा किए हैं जो सेना में शामिल होना चाहती हैं। उन्होंने कहा, ‘‘अब, छात्राओं को भी विभिन्न सैनिक स्कूलों में प्रवेश मिल सकता है।”

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