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केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री ने कोविड-19 को लेकर राज्यों को किया सतर्क

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नई दिल्ली। चीन, जापान, दक्षिण कोरिया, फ्रांस और अमेरिका समेत दुनिया के कई देशों में कोरोना वायरस के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं। कोरोना के बढ़ते हुए केसों को देखते हुए भारत सरकार भी अलर्ट मोड पर आ गई है। शुक्रवार को केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ. मनसुख मांडविया ने कोविड-19 की स्थिति और तैयारियों पर राज्यों के स्वास्थ्य मंत्रियों के साथ बैठक की। मंत्रालय ने आने वाले त्योहारों और नए साल के जश्न को ध्यान में रखते हुए ‘टेस्ट-ट्रैक-ट्रीट एंड वैक्सीनेशन’ पर ध्यान केंद्रित करने को कहा है। उन्होंने मास्क पहनने, हाथ की स्वच्छता और शारीरिक दूरी बनाए रखने के लिए कोविड-19 के उचित व्यवहार का पालन करने का भी निर्देश दिया है.

राज्यों को सतर्क रहने की सलाह

गौरतलब है कि डॉ. मनसुख मंडाविया ने कोविड-19 के प्रबंधन के लिए सार्वजनिक स्वास्थ्य तैयारियों और कोविड-19 टीकाकरण की प्रगति की राज्यों के स्वास्थ्य मंत्रियों के साथ समीक्षा की। उन्होंने राज्यों को अलर्ट पर रहने और कोविड-19 प्रबंधन के लिए सभी तैयारियां रखने की सलाह दी। डॉ. मांडविया ने कहा कि केंद्र और राज्यों को सहयोगात्मक भावना से काम करने की जरूरत है, जैसा कि हमने पिछली बार किया है। राज्यों को निगरानी प्रणाली को मजबूत करने की सलाह दी गई। कोविड के टेस्ट तेजी से करें और अस्पताल के बुनियादी ढांचे की तैयारी सुनिश्चित करें।

कोविड अभी समाप्त नहीं हुआ है

केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री ने विशेष रूप से त्योहारों के आगामी सीजन को देखते हुए कोविड-19 के नए और उभरते रूप के खिलाफ तैयार और सतर्क रहने के महत्व पर जोर दिया। केंद्रीय मंत्री ने इस बात को रेखांकित किया कि कोविड अभी समाप्त नहीं हुआ है। इसे देखते हुए उन्होंने अधिकारियों को पूरी तरह से तैयार रहने और निगरानी को मजबूत करने का निर्देश दिया।

उन्होंने लोगों से कोविड उपयुक्त व्यवहार का अनुपालन करने और कोविड के टीके लगवाने का अनुरोध किया। चीन में कोविड संक्रमणों के व्यापक उछाल के पीछे ओमिक्रोन वेरिएंट का एक नया और अत्यधिक संक्रमणीय रूप बीएफ.7 पाया गया है। मास्क पहनें, सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करें

कोविड-19 की रोकथाम के लिए स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय ने सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों से ऐहतियाती उपाय करने को कहा है। स्वास्थ्य मंत्रालय ने आने वाले त्योहारों के मौसम और नए साल के जश्न को ध्यान में रखते हुए ‘टेस्ट-ट्रैक-ट्रीट एंड वैक्सीनेशन’ पर ध्यान केंद्रित करने के लिए कहा है। साथ ही लोगों से मास्क पहनने, हाथ की स्वच्छता और सोशल डिस्टेंसिंग बनाए रखने की अपील भी की।

निगरानी प्रणाली को मजबूत करने का निर्देश

डॉ. मनसुख मांडविया ने एक दिन पहले देश में सक्रिय नए वेरिएंट, अगर कोई हो, का समय पर पता लगाने को सुनिश्चित करने के लिए भारतीय सार्स सीओवी-2 जीनोमिक्स कंसोर्टियम (आईएनएसएसीओजी) नेटवर्क के माध्यम से वेरिएंट्स की निगरानी करने के लिए संक्रमित मामलों के नमूने के पूरे जीनोम सिक्वेंसिंग (अनुक्रमण) के लिए निगरानी प्रणाली को मजबूत करने का निर्देश दिया। इससे उचित सार्वजनिक स्वास्थ्य उपाय करने में सुविधा होगी।

राज्यों/केंद्रशासित प्रदेशों से अनुरोध किया गया है कि वे सभी कोविड-19 संक्रमित मामलों के नमूने को सिक्वेंसिंग के लिए दैनिक आधार पर आईएनएसएसीओजी जीनोम सीक्वेंसिंग प्रयोगशाला (आईजीएसएल) को भेजें, जिससे नए वेरिएंट, अगर कोई हो, का पता लगाया जा सके।

बता दें, इस बार कोविड के सब वैरिएंट B.F7 के मामले दुनिया में बढ़ रहे हैं। इन बढ़ते हुए मामलों के बीच में भी भारत के लिए अच्छी खबर है। केंद्र सरकार ने शुक्रवार को जनता को यह कहकर निश्चिंत किया कि देश में कोविड-19 की पॉजिटिविटी दर में हफ्ते-दर-हफ्ते कमी आई है। स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय ने कहा कि 22 दिसंबर को हफ्तों की गिरावट के बाद कोरोना की पॉजिटिविटी दर 0.14% थी।  मंत्रालय ने कहा कि 8 राज्यों और 4 केंद्र शासित प्रदेशों में एक्टिव केस शून्य हैं।

सरकार के मुताबिक, 7 से 13 अक्टूबर तक औसत केस 2408 यानी 1.05 फीसदी थे। जो बाद में घटकर, 153 यानी 0.14 फीसदी हो गए।  मंत्रालय से मिली जानकारी के मुताबिक, विश्व में भारत के कोरोना मरीजों की औसत संख्या 0.03 फीसदी है। जापान के एक लाख 54 हजार 521 यानी 26.8 फीसदी केस के मुकाबले भारत की स्थिति कहीं बेहतर है।

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