सोनभद्र। उत्तर प्रदेश का सोनभद्र जिला भ्रष्ट नौकरशाहों के लिए कामचोरी का एक अड़ी है। कभी मनरेगा तो कभी अवैध खनन के जरिये अकूत कमाई करने वाले अधिकारी फलते-फूलते रहे हैं। बसपा सरकार में पंधारी यादव जैसे भ्रष्ट को सपा की सरकार में प्रधान सचिव बना दिया जाता है।
आदिवासी बहुल्य इस जिले में स्वास्थ्य, शिक्षा, किसानों की समस्याएं और रोजगार तो कभी अधिकारियों की प्राथमिकता है रही ही नहीं। केवल खनन और वीआईपी टैक्स वसूली पर अधिकारियों की निगाहें जमीं रहती है। पूर्वांचल नव निर्माण मंच की अगुवाई करने वाले नेता रोजाना भ्रष्ट अधिकारियों की पोल खोलते रहते हैं।
श्रीकांत त्रिपाठी ने कहा कि विधानसभा चुनाव के दौरान हुयी लापरवाही के लिए पू0न0नि0मंच के द्वारा जिलाधिकारी पर भी कार्रवाई करने की मांग की गई थी तथा अवैध खनन पर भी लगातार शासन को पत्र लिखकर अंकुश लगाने की मांग किया जाता रहा । उन्होंने कहा कि आशा है कि अपने दूसरे कार्यकाल मे योगी सरकार एक्शन में रहेगी। मंच के नेता धान खरीद मामले में बरती गई अनियमितता तथा लापरवाही के लिए जिला खाद्य विपणन अधिकारी पर भी कार्रवाई करने की मांग मुख्यमंत्री से करते हुए बताया कि धान खरीद के दौरान सर्वाधिक सोनभद्र में धांधली की गई है