पटना । RJD नेता तेजस्वी यादव ने बुधवार को दूसरी बार उपमुख्यमंत्री पद की शपथ ली। महागबंधन में पहले से ही कई दल होने के साथ ही दो और पार्टियों को जोड़कर सरकार गठन के बाद हर तरफ उनकी राजनीतिक समझ की तारीफ हो रही है। तेजस्वी ने खुद भी अपने एक पुराने ट्वीट को रीट्वीट कर अपनी कही गई बात को याद दिलाया। उन्होंने कहा कि बिहार के विकास के लिए वो पूरी तरह से तैयार हैं।
डिप्टी सीएम बने तेजस्वी यादव ने नरेंद्र मोदी को चुनौती दी है। उन्होंने नीतीश कुमार की पीएम पद की दावेदारी को लेकर कहा कि यदि नरेंद्र मोदी प्रधानमंत्री बन सकते हैं तो फिर नीतीश कुमार के साथ ऐसा क्यों नहीं हो सकता। तेजस्वी यादव ने कहा, ‘यह मैं नीतीश कुमार पर छोड़ता हूं। बिहार में जो हुआ, उससे पूरे देश में एक संदेश गया है। डरना नहीं है बल्कि लड़ना है। यह संदेश विपक्ष को मजबूती देगा। उनके पास प्रशासनिक अनुभव है। नरेंद्र मोदी यदि पीएम बन सकते हैं तो फिर नीतीश कुमार क्यों नहीं बन सकते।’
एक निजी न्यूज़ चैनल के एंकर ने तेजस्वी से पूछा कि नई सरकार के आने पर गवर्नेंस केजुअल्टी होगा क्योंकि राष्ट्रीय जनता दल (आरजेडी) गवर्नेंस नहीं कर सकता है, पर तेजस्वी ने कहा, “यह बकवास की बात है। वह समय सामाजिक न्याय का था जबकि आज का समय आर्थिक न्याय का है. हम मिल-जुलकर काम करेंगे.” उन्होंने कहा, “आप गवर्नेंस की बात कर रहे हैं, 18 माह के मेरे काम को देख लीजिए। हमारे मंत्री रहे, आप 18 माह में भ्रष्टाचार का एक आरोप नहीं लगा। किसी मिनिस्ट्री में आरोप नहीं लगा। ”
आरजेडी नेता ने कहा कि हमने गवर्नेंस करके दिखाया है। आप देखिए आनगोइंग प्रोजेक्ट्स हमने टाइम पर कराए। भ्रष्टाचार को लेकर प्रधान सचिव के नेतृत्व में कमेटी बताई ताकि कोई फाइल मंत्री के पाएस नहीं जाए। 10 लाख लोगों को नौकरी देने का वादे पर उन्होंने कहा कि ट्रस्ट वोट के बाद कैबिनेट का विस्तार और उसके बाद इस पर काम करेंगे। मुख्यमंत्री नीतीश से बात हुई है, वे खुद इस मामले पर गंभीर हैं। सड़क से सदन तक बेरोजगारी हमारा प्रमुख मुद्दा है। इसी मुद्दे के आधार पर जनता ने हमें सबसे बड़ी पार्टी बनाया. आप कह सकते हैं कि इस वादे को मिलकर पूरा करेंगे।
आरजेडी का आधारभूत वोटर है, कहा जाता है कि उनका सामाजिक व्यवहार सत्ता में आकर बदल जाता है, इस पर तेजस्वी ने कहा कि यह काल्पनिक सोच है। बदलाव दिख रहा है, आगे भी बदलाव दिखेगा। जो गलती करेगा, उसको सजा मिलेगी। जंगल राज इज बैक’ के स्लोगनों पर तेजस्वी ने कहा कि उन्हें चीख-चीख कर कहने दीजिए। जंगल राज तो वो होता है जहां आप कुछ नहीं बोल सकते। हमारी सरकार में तो हल्ला बोला जाता है। भारत सरकार में उनका एमपी तक कुछ नहीं बोल सकता।
तेजस्वी यादव ने जेडीयू के साथ गठबंधन को लेकर भी बात की। उन्होंने कहा कि इस गठबंधन को लेकर हमारी कोई प्लानिंग नहीं थी, यह सब अचानक ही हुआ है। लेकिन हम राजनीतिक गतिविधियों पर नजर रखे हुए थे। यह गठबंधन तो वक्त की जरूरत है। तेजस्वी यादव ने कहा कि नीतीश कुमार तो भाजपा के साथ असहज थे। उन्होंने कहा, ‘हम देख रहे थे कि नीतीश जी बेहद असहज थे। भाजपा उन पर अपनी बातों को थोपने की कोशिश कर रही थी। उनके चेहरे से ही यह दिख रहा था। आप देख सकते हैं कि ललन सिंह जैसे लोगों ने कहा कि भाजपा उनकी पार्टी को तोड़ने का प्रयास कर रही है। दूसरे राज्यों में वे क्या करते होंगे।’
नरेंद्र मोदी को नीतीश कुमार कैसे चुनौती दे पाएंगे? इसे लेकर तेजस्वी यादव ने कहा कि विपक्षी दलों को एक साथ बैठना होगा और एक रोडमैप तैयार करना होगा। देश की जनता नरेंद्र मोदी के खिलाफ एक चेहरा चाहती है। बिहार के उपमुख्यमंत्री ने कहा कि भाजपा राज्य सरकारों को अस्थिर करने की कोशिश कर रही है। इसके लिए वह ED और अन्य केंद्रीय एजेंसियों का इस्तेमाल करती है। ED चाहे तो यहां आ सकती है और अपना दफ्तर खोल सकती है। EDवाले जब तक चाहें यहां रह सकते हैं। वे भाजपा की एक सेल की तरह से ही काम करते हैं।