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सेक्स वीडियो कॉल ट्रैप में रिटायर अधिकारी को फंसाया, ब्लैकमेल कर ठगे 2,55,680 रुपए

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नोएडा (उप्र)। सेक्स वीडियो कॉल ट्रैप से ठगी करने वालों की संख्या दिन प्रतिदिन बढ़ती जा रही है।  देश के कोने -कोने में इनका जाल फैलता जा रहा है। पुलिस भी ऐसे गिरोह को पकड़ने में नाकाम साबित हो रही है। हाल ही में जनपद गौतमबुद्ध नगर के सेक्टर-62 स्थित इंडियन ऑयल अपार्टमेंट में रहने वाले 70 वर्षीय सेवानिवृत्त अधिकारी की अश्लील वीडियो बनाकर साइबर अपराधियों ने उनसे 2,55,680 रुपये ऐंठ लिए। घटना की रिपोर्ट दर्ज कर पुलिस मामले की जांच कर रही है।

थाना सेक्टर-58 के प्रभारी निरीक्षक विवेक त्रिवेदी ने बताया कि इंडियन ऑयल से सेवानिवृत्त अधिकारी प्रदीप कुमार ने शिकायत दी है कि कुछ दिन पूर्व उन्हें व्हाट्सऐप पर कॉल आया और जैसे ही उन्होंने फोन उठाया दूसरी तरफ से फोन करने वाली महिला निर्वस्त्र हो गई।  शिकायत के मुताबिक, जब तक वह कुछ समझ पाते, साइबर ठगों ने उनकी अश्लील वीडियो बना ली। साइबर ठगों ने पीड़ित से 2,55,680 रुपये ले लिए। थाना प्रभारी ने बताया कि जब साइबर ठगों ने और पैसे की मांग की तो पीड़ित ने थाने में मुकदमा दर्ज करवाया है।

कैसे फंसाते हैं ठग ?

बैंकिंग से जुड़े क्रेडिट कार्ड बनाने के नाम पर या किसी बड़ी कंपनी के नाम पर इन्क्वारी के बहाने लडकियां फोन करती हैं। फोन पर व्यक्ति अपनी आय से जुड़ी जानकारी और संपर्क नंबर दे देते हैं। व्यक्ति के स्टेटस से जुड़ी जानकारी लेने के बाद ठगों का गिरोह ऐसे व्यक्तियों को शिकार बनाते हैं। लड़कियां इनके नंबरों पर कॉल करती हैं दोस्ती का ड्रामा करती हैं कुछ ही समय बात करने के बाद लड़कियां शिकार को  व्हाट्सएप्प वीडियो कॉल पर बुलातीं हैं। फिर लडके को कपड़े उतारने के लिए के लिए कहती हैं। लड़कियां नंगी होकर कामुक हरकत के साथ व्यक्ति की वीडियो बना लेती हैं।

यदि शिकार कपड़े उतारने के लिए तैयार नहीं होता तो,ठगों का गिरोह लड़कियों के साथ  में व्हाट्सएप्प  के स्टेटस से फोटो निकाल कर नंगी लड़कियों के साथ जोड़ कर वीडियो बना लेते हैं। फिर शिकार के उसी नंबर पर भेज देते हैं। शिकार व्यक्ति सामाजिक भय के कारण ठगों के जाल में फंस जाता है। ठग फर्जी वीडियो को सोशल मीडिया में पोस्ट कर वायरल करने की धमकी देते है। पीड़ित व्यक्ति सामाजिक भय के कारण ठगों से डर जाता है। सोशल मीडिया में वीडियो को पोस्ट न करने के एवज में ठग जाल में फंसे शिकार से रुपयों की मांग करते हैं।  व्यक्ति सामाजिक बदनामी के कारण पुलिस को भी नहीं बताते हैं। और इस प्रकार सामाजिक भय के कारण व्यक्ति सेक्स वीडियो कॉल ट्रैप के जरिये ब्लैकमेलिंग करने वालों की जाल में फंस जाते हैं।

पहले भी आ चुकी हैं ऐसी ख़बरें

रतपुर एसपी देवेंद्र कुमार विश्नोई ने बताया कि हैदराबाद (तेलगांना) के रहने वाले रतनकर (52) को फेसबुक पर संजना कुमारी के नाम से एक फ्रेंड रिक्वेस्ट आई। रिक्वेस्ट स्वीकार करने के बाद चैटिंग शुरू हुई। 5 नवंबर 2021 को व्हाट्सऐप पर संजना कुमारी ने अश्लील चैटिंग की। इसके बाद 9 नवंबर को रतनकर के मोबाइल पर विक्रम राठौड़ नाम के व्यक्ति का फोन आया जिसने खुद को साइबर सेल दिल्ली का अधिकारी बताया और कहा कि संजना कुमारी आत्महत्या करना चाहती है। आपके विरूध मुकदमा दर्ज होगा, यदि आप बचना चाहते हैं तो सेटलमेंट कर लो।

घबराए रतनकर ने दोस्तों व रिश्तेदारों से उधार और बैंक से लोन लेकर 27 लाख रुपये ठगों द्वारा दिए गए विभिन्न खातों में जमा करा दिए। 27 नवंबर को ठगों ने रतनकर को फिर से कॉल कर अश्लील चैट वाली वीडियो विभिन्न सोशल मीडिया पर अपलोड करने की धमकी देकर और पैसे मांगे। रतनकर ने फिर 60 हजार रुपये उनके बताए खाते में डाल दिए।

इसके बाद भी ठगों द्वारा बार-बार धमकी देकर पैसे मांगने से परेशान होकर रतनकर ने घटना के संबंध में साइबर थाना हैदराबाद में मामला दर्ज कराया। इसके बाद थाना साइबराबाद की टीम ने जांच की तो पता चला कि विभिन्न खातों से ट्रांसफर होते हुए पैसे का ट्रांजैक्शन यूसुफ मेव निवासी धर्मशाला से जुड़ा पाया गया। उसके द्वारा खुद संचालित ई-मित्र के माध्यम से करीब 15 लाख रुपये निकालने की जानकारी हुई।

इस पर हैदराबाद की साइबर टीम ने भरतपुर पहुंच एसपी देवेंद्र विश्नोई से संपर्क किया। मामले की गंभीरता को देखते हुए एएसपी बुगलाल मीणा व सीओ मदन लाल जेफ के निर्देशन व एसएचओ रामनरेश मीणा के नेतृत्व में टीम गठित की गई।SHO कैथवाड़ा ने हैदाराबाद साइबर टीम के पुलिस निरीक्षक श्रीकांत की टीम से समन्वय कर यूसुफ मेव की लोकेशन के बारे में पता लगाया। गुरुवार को दोनों टीमों ने दबिश देकर कैथवाडा गांव से उसे गिरफ्तार कर लिया।

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