नई दिल्ली। गणतंत्र दिवस की पूर्व संध्या पर हर साल की तरह इस साल भी पद्म पुरस्कारों का ऐलान किया गया. इस बार सरकार ने सपा संस्थापक मुलायम सिंह यादव, ORS के जनक डॉ. दिलीप महालनाबीस, कुमार मंगलम बिड़ला समेत 106 शख्सियतों को पद्म पुरस्कार देने की घोषणा की है। मुलामय सिंह यादव, डॉ. दिलीप महालनाबीस समेत 6 को पद्म विभूषण पुरस्कार दिया जाएगा वहीं, कुमार मंगलम बिड़ला, सुधा मूर्ति समेत 9 हस्तियों को पद्म भूषण पुरस्कार से सम्मानित किया जाएगा। इसके अलावा राकेश झुनझुनवाला, रवीना टंडन समेत 91 अन्य को पद्मश्री पुरस्कार देने की घोषणा की गई है।
गौरतलब है कि ORS ने 1971 के बांग्लादेश के मुक्ति संग्राम के दौरान कई लोगों की जान बचाने में योगदान दिया था। 1970 के दशक में पश्चिम बंगाल के बनगांव के पास शिविरों में लाखों बांग्लादेशी शरणार्थियों का इलाज करते हुए पहली बार ORS का इस्तेमाल किया गया था। पश्चिम बंगाल के मशहूर डॉक्टर, दिलीप महालनाबीस का पिछले वर्ष अक्टूबर में 87 साल की उम्र में निधन हो गया था।
पद्मश्री हासिल करने वाली हस्तियों में चिकित्सा के क्षेत्र में अहम योगदान देने वाले डॉक्टर रतन चंद्र कार और डॉक्टर मुनीश्वर चंद्र दावार और समाजसेवी हीराबाई लोबी शामिल हैं. पद्मश्री पाने वाली अन्य हस्तियों में नगा समाजसेवी रामकुईबांवे नेवमे, वीपी अप्पुकुट्टन पोडुवाल,एससी शेखर, जीव कल्याण के क्षेत्र में सक्रिय वेदिवेल गोपाल व मोसी सदाइयन, जैविक खेती के प्रेरक तुलाराम उपरेती तथा नेकराम शर्मा भी हैं। जनुम सिंह साय, धनीराम टोटो, बी बालकृष्ण रेड्डी, अजय कुमार मंडावी, रानी मचैया, केसी रुनरेमसांगी, रिसिंगबोर कुरकलांग, मंगला कांति रॉय, मोआ सुबोंग, मुनीवेनकटप्पा, डोमार सिंह कुंवर, परसुराम कोमाजी खुने, गुलाम मोहम्मद ज़ाज, भानुबाई चितारा, परेश राठवा, कपिल देव प्रसाद को भी पद्मश्री के लिए चुना गया हैं।