-भारतीय सेना ने उत्तरी सिक्किम के चुंगथांग में भूस्खलन के कारण फंसे लगभग 3,500 पर्यटकों को बचाया।
गंगटोक। सिक्किम में भारी बारिश और भूस्खलन के चलते लोगों को जबरदस्त परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। भारतीय सेना ने उत्तरी सिक्किम के चुंगथांग में भूस्खलन के कारण फंसे लगभग 3,500 पर्यटकों को बचाया। 16 जून को लाचेन, लाचुंग और चुंगथांग घाटियों में भारी मूसलाधार बारिश हुई। भारी बारिश के कारण पश्चिमी सिक्किम जिले में भूस्खलन से सौ से अधिक घर क्षतिग्रस्त हो गए। साथ ही लगातार बारिश ने राज्य में बुनियादी ढांचे और संपत्ति को व्यापक रूप से नुकसान पहुंचाया है। भारी बारिश के चलते कई नदियां खतरे के निशान से ऊपर बह रही हैं। पूर्वोत्तर भारत में अगले तीन दिनों के लिए भारी बारिश और आंधी के लिए ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है। खबरों के मुताबिक, उत्तरे को सोपखा से जोड़ने वाली सड़क पर दो पुल पूरी तरह से बह गए। साथ ही आसपास मौजूद पोल्ट्री फार्म भी बह गए।
शनिवार को सेना ने एक बयान जारी कर कहा, 17 जून, 2023 को दोपहर 3 बजे तक 2000 से अधिक पर्यटकों को बचाया जा चुका है। सड़क संपर्क बहाल करने के प्रयास जारी हैं, जबकि पर्यटकों की निकासी जारी रहेगी।’
ऐसे ही डेंटम को पेलिंग और ग्यालशिंग से जोड़ने वाली सड़क कालाज नदी में पूरी तरह से बह गई। नदी के बढ़ते जलस्तर के कारण एक कच्चा घर, एक सीमेंट की इमारत, दो श्मशान घाट और एक खुदाई करने वाली भारी मशीन भी बह गई। सोम्बरिया में लोअर ओखरे में दावा सांगे शेरपा का एक घर लगातार बारिश के कारण गिरने की कगार पर था, जिसके बाद वहां रहने वाले सभी लोगों को सुरक्षित स्थान पर भेज दिया गया है। अभी तक किसी के हताहत होने की सूचना नहीं है।
पश्चिम बंगाल को जोड़ने वाले सीमावर्ती क्षेत्रों में सभी अस्थायी पुल रामम नदी के जलस्तर में वृद्धि के कारण क्षतिग्रस्त हो गए हैं। लाचेन, लाचुंग और चुंगथांग घाटियों में शुक्रवार को भारी बारिश हुई। इसके कारण उत्तरी सिक्किम के जिला मुख्यालय मंगन से चुंगथांग जाने वाली सड़क पेगोंग सप्लाई खोला में अवरुद्ध हो गई, जिससे यातायात बाधित हो गया। करीब 3,500 पर्यटक उत्तरी सिक्किम में भूस्खलन और बाधाओं के कारण फंसे हुए थे, जिन्हें सेना ने बचाया है।
भारी बारिश और खराब मौसम के कारण चुंगथांग के पास की सड़क बह गई, जिसके कारण उत्तरी सिक्किम में 2000 से अधिक पर्यटक फंसे रहे। पर्यटकों को बचाने के लिए बीआरओ प्रोजेक्ट स्वास्तिक ने प्रभावित क्षेत्र पर एक अस्थायी क्रॉसिंग बनाने के लिए रात भर काम किया।
PRO महेंद्र रावत ने कहा कि शनिवार दोपहर 12 बजे तक 300 से अधिक पर्यटकों को बचाया गया है। सड़क संपर्क बहाल करने के प्रयास चल रहे हैं, जबकि पर्यटकों की निकासी जारी रहेगी। सिक्किम पुलिस ने बताया कि भूस्खलन से प्रभावित हुई दो बसों में से अब तक कुल 72 पर्यटकों को निकाला गया है। 19 पुरुष, 15 महिलाएं और 4 बच्चों के साथ पहली बस गंगटोक के लिए मंगन जिले के पेगोंग में भूस्खलन से प्रभावित हो गई थी।