नई दिल्ली। वरिष्ठ नेता मल्लिकार्जुन खड़गे कांग्रेस पार्टी के नए राष्ट्रीय अध्यक्ष चुने गए हैं। करीब 24 साल बाद गांधी परिवार के बाहर का कोई नेता देश की सबसे पुरानी पार्टी का अध्यक्ष चुना गया। इससे पहले सीताराम केसरी गैर-गांधी अध्यक्ष रहे थे। कांग्रेस अध्यक्ष पद के लिए 17 अक्टूबर को मतदान हुआ था। इस बार मुकाबला वरिष्ठ पार्टी नेताओं मल्लिकार्जुन खड़गे और शशि थरूर के बीच था। जिनमें से शशि थरूर को पछाड़ने में मल्लिकार्जुन खड़गे कामयाब रहे।
मल्लिकार्जुन खड़गे को कुल 7,897 वोट मिले हैं। इसके अलावा शशि थरूर को1,072 वोट मिले हैं। थरूर ने अपनी हार को स्वीकार कर लिया है। मल्लिकार्जुन खड़गे को लेकर माना जा रहा था कि उन्हें पार्टी हाईकमान की ओर से भी समर्थन मिला है। यही वजह है कि ज्यादातर अन्य नेताओं का समर्थन भी उन्हें ही मिला है। कर्नाटक से 9 बार विधायक रहने और कई बार सांसद रहने वाले मल्लिकार्जुन खड़गे को गांधी परिवार के वफादार नेताओं में शुमार किया जाता है।
इस पर शशि थरूर ने कहा, ‘कांग्रेस का अध्यक्ष बनना बड़े सम्मान, बड़ी जिम्मेदारी की बात है, मैं मल्लिकार्जुन खड़गे को इस चुनाव में उनकी सफलता के लिए बधाई देता हूं। अंतिम फैसला खरगे के पक्ष में रहा, कांग्रेस चुनाव में उनकी जीत के लिए मैं उन्हें हार्दिक बधाई देना चाहता हूं। ‘ साथ ही उन्होंने कहा, ‘सर्वाधिक संकटपूर्ण स्थितियों में पार्टी का संबल बने रहने और नेतृत्व प्रदान करने के लिए हम निवर्तमान कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी के ऋणी हैं। कांग्रेस अध्यक्ष पद का स्वतंत्र और निष्पक्ष चुनाव कराने में अपना योगदान देने के लिए मैं राहुल गांधी, प्रियंका गांधी का धन्यवाद करता हूं।’
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मल्लिकार्जुन खड़गे का कांग्रेस अध्यक्ष चुना जाना पार्टी में बड़े बदलाव की शुरुआत माना जा रहा है। उनके अध्यक्ष बनने के साथ ही गांधी परिवार बैकसीट पर पहुंच गया है, जो लगातार 24 सालों से कांग्रेस अध्यक्ष था।1998 से अब तक सोनिया गांधी ही कांग्रेस अध्यक्ष थीं, जबकि बीच में दो साल के लिए 2017 से 2019 के दौरान राहुल गांधी ने यह पद संभाला था। लोकसभा चुुनाव में हार के बाद राहुल गांधी ने पद से इस्तीफा दे दिया था। यही नहीं तभी उन्होंने साफ कर दिया था कि अब गांधी परिवार से कोई अध्यक्ष नहीं होगा। अंत तक वह इस जिद पर अड़े रहे और फिर चुनाव हुआ, जिसमें मल्लिकार्जुन खड़गे को चुना गया है।
इस बीच राहुल गांधी ने मल्लिकार्जुन खड़गे के अध्यक्ष होने पर अपनी भूमिका के बारे में भी बताया है। राहुल ने खुद ही साफ कर दिया है कि पार्टी प्रमुख ही उनके काम का फैसला करेंगे। फिलहाल, वायनाड सांसद कन्याकुमारी से लेकर जम्मू-कश्मीर तक पदयात्रा की अगुवाई कर रहे हैं। उन्होंने पार्टी चीफ का चुनाव लड़ने से इनकार कर दिया था। बुधवार को राहुल ने यात्रा के दौरान आंध्र प्रदेश में प्रेस कॉन्फ्रेंस की। उन्होंने अपनी भूमिका को लेकर कहा कि इसके बारे में पार्टी प्रमुख बताएंगे। उन्होंने कहा, ‘कांग्रेस अध्यक्ष पार्टी में सुप्रीम होता है। हर सदस्य अध्यक्ष के पास जाता है… वे पार्टी में मेरी भूमिका तय करेंगें, प्लीज खड़गे जी और सोनिया गांधी जी से पूछें।’
इस बीच कांग्रेस ने अध्यक्ष के लिए चुनाव कराने के फैसले को भुनाना भी शुरू कर दिया है। भारत जोड़ो यात्रा पर निकले राहुल गांधी ने कहा कि कांग्रेस अकेली पार्टी है, जिसमें चुनाव होता है। उन्होंने कहा कि भाजपा से कोई इस बारे में सवाल नहीं पूछता। किसी और दल में अध्यक्ष के लिए चुनाव नहीं होता है। राहुल गांधी ने कहा कि मल्लिकार्जुन खड़गे और शशि थरूर दोनों ही अनुभवी नेता हैं। देश में नफरत और हिंसा फैलाई जा रही है। कांग्रेस इससे मुकाबला कर रही है।
कांग्रेस के करीब 9900 डेलीगेट पार्टी प्रमुख चुनने के लिए मतदान करने के पात्र थे। कांग्रेस मुख्यालय समेत लगभग 68 मतदान केंद्रों पर मतदान हुआ। कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी, पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह, कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी और कई अन्य वरिष्ठ नेताओं समेत करीब 9500 डेलीगेट (निर्वाचक मंडल के सदस्यों) ने पार्टी के नए अध्यक्ष के चुनाव के लिए सोमवार को मतदान किया था।
कांग्रेस पार्टी के 137 साल के इतिहास में छठी बार अध्यक्ष पद के लिए चुनाव हुआ है। पार्टी महासचिव जयराम रमेश के मुताबिक, अध्यक्ष पद के लिए अब तक 1939, 1950, 1977, 1997 और 2000 में चुनाव हुए हैं. इस बार पूरे 22 वर्षों के बाद अध्यक्ष पद के लिए चुनाव हुआ है।
इसी बीच, मतगणना के दौरान शशि थरूर की टीम ने पार्टी के मुख्य निर्वाचन प्राधिकारी को पत्र लिखकर उत्तर प्रदेश में चुनाव के दौरान “अत्यंत गंभीर अनियमितताओं” का मुद्दा उठाया और मांग की कि राज्य में डाले गए सभी मतों को अमान्य किया जाए. थरूर की प्रचार टीम ने पंजाब और तेलंगाना में भी चुनाव के संचालन में “गंभीर मुद्दे” उठाए थे।
टीम ने कहा था, पार्टी के केंद्रीय चुनाव प्राधिकरण के अध्यक्ष मधुसूदन मिस्त्री को लिखे पत्र में थरूर के मुख्य चुनाव एजेंट सलमान सोज ने कहा है कि तथ्य “हानिकारक” हैं और उत्तर प्रदेश में चुनाव प्रक्रिया में “विश्वसनीयता और प्रमाणिकता की कमी” है.
वहीं, राहुल गांधी ने आधिकारिक ऐलान होने से पहले ही कांग्रेस अध्यक्ष के लिए मल्लिकार्जुन खड़गे के नाम का ऐलान कर दिया था। राहुल गांधी से पार्टी में उनकी भूमिका से जुड़ा सवाल पूछा गया था, तो उन्होंने कहा था, ‘कांग्रेस अध्यक्ष मेरी भूमिका तय करेंगे… खड़गे जी से पूछिए। कांग्रेस अध्यक्ष ही सुप्रीम हैं। मैं अध्यक्ष को ही रिपोर्ट करूंगा। पार्टी के नए अध्यक्ष ही पार्टी में मेरी भूमिका तय करेंगे।’