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शर्म की बात है कि आजतक मणिपुर में हिंदुस्तान के प्रधानमंत्री नहीं गए -राहुल गांधी

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RSS और BJP की विचारधारा देश में हिंसा और नफरत फैला रही है, इस यात्रा में हमने न्याय शब्द जोड़ा है। आज के हिन्दुस्तान में गरीब व्यक्ति को न आर्थिक न्याय मिलता है और न ही सामाजिक न्याय मिलता है। बिना सामाजिक और आर्थिक न्याय के यह देश तरक्की कर ही नहीं सकता है।  

-हिंदुस्तान के सरकार को 90 IAS अधिकारी चलाते हैं। ये 90 अधिकारी सारे फैसले लेते हैं।  लेकिन इन 90 में से सिर्फ 3 अधिकारी ओबीसी हैं। 

किशनगंज। कांग्रेस नेता राहुल गांधी सोमवार 29 जनवरी को ‘भारत जोड़ो न्याय यात्रा’ लेकर बिहार पहुंच गए हैं। उनकी न्याय यात्रा बिहार के किशनगंज जिले में पहुंची है, जिसे कांग्रेस का गढ़ भी माना जाता है। राहुल की न्याय यात्रा पश्चिम बंगाल के उत्तर दिनाजपुर जिले से होते हुए बिहार पहुंची है।

कांग्रेस नेता राहुल गांधी  ने सोमवार को आरोप लगाया कि आरएसएस और भाजपा की विचारधारा देश में हिंसा और नफरत फैला रही है।  अपनी ‘‘भारत जोड़ो न्याय यात्रा” के तहत यहां एक सार्वजनिक रैली को संबोधित करते हुए गांधी ने कहा कि केंद्र में भाजपा के नेतृत्व वाले राजग शासन के दौरान विभिन्न धर्मों और जातियों के लोग आपस लड़ रहे हैं।

गांधी अपनी इस यात्रा के तहत ऐसे समय में बिहार आए हैं, जब कांग्रेस के पूर्व सहयोगी और बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार एक दिन पहले फिर से पाला बदलकर भारतीय जनता पार्टी नीत राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) में वापस चले गए।

उन्होंने कहा, ‘‘आरएसएस और भाजपा की विचारधारा देश में हिंसा और नफरत फैला रही है। वे (RSS और BJP) लोगों को धर्म, जाति और भाषा के नाम पर आपस में लड़ने के लिए उकसाते हैं। भाई-भाई आपस में लड़ रहे हैं। उन्होंने (आरएसएस और भाजपा) देश में यही माहौल बना दिया है। हम लोगों को एकजुट करने के लिए काम करते हैं। हम ‘‘नफरत के बाजार” में ‘‘मोहब्बत की दुकान” खोलना चाहते हैं।”

इस दौरान राहुल गांधी ने एक जनसभा को संबोधित करते हुए कहा, शर्म की बात है कि आजतक मणिपुर में हिंदुस्तान के प्रधानमंत्री नहीं गए हैं। मणिपुर जल रहा है। यह देश की हालत है।

उन्होंने कहा, हिन्दुस्तान की राजनीति पर इस यात्रा का बहुत बड़ा असर पड़ा। मोहब्बत की एक नई विचारधारा का जन्म हुआ। वे नफरत की बात करते हैं, देश को बांटने की बात करते हैं। हम मोहब्बत और भाईचारे की बात करते हैं।  उन्होंने कहा, इस यात्रा में हमने न्याय शब्द जोड़ा है। आज के हिन्दुस्तान में गरीब व्यक्ति को न आर्थिक न्याय मिलता है और न ही सामाजिक न्याय मिलता है। बिना सामाजिक और आर्थिक न्याय के यह देश तरक्की कर ही नहीं सकता है।

राहुल ने कहा, पूरा देश जानता है कि देश में सबसे बड़ी आबादी ओबीसी वर्ग की आबादी है। पंद्रह फीसदी दलित हैं। 12 फीसदी आदिवासी हैं और 15 फीसदी अल्पसंख्यक वर्ग के लोग हैं। हिंदुस्तान के सरकार को 90 IAS अधिकारी चलाते हैं। ये 90 अधिकारी सारे फैसले लेते हैं।  लेकिन इन 90 में से सिर्फ 3 अधिकारी ओबीसी हैं।

2020 विधानसभा चुनाव के बाद पहली बार पहुंचे राहुल

राहुल गांधी आखिरी बार 2020 बिहार विधानसभा चुनाव प्रचार के दौरान राज्य में आए थे। किशनगढ़ की पहचान मुस्लिम बहुल इलाके के तौर पर होती है और यहां से कांग्रेस को हमेशा ही जीत मिलती आई है। राहुल गांधी अपनी इस रैली के जरिए बिहार में लोकसभा चुनाव से पहले पार्टी का प्रचार भी करना चाहते हैं। भारत जोड़ो न्याय यात्रा की शुरुआत मणिपुर से हुई है, जो अब अरुणाचल प्रदेश, असम, पश्चिम बंगाल से होते हुए यहां पहुंची है।

गांधी की अगुवाई वाली कांग्रेस की ‘‘भारत जोड़ो न्याय यात्रा” आज सुबह पार्टी के गढ़ किशनगंज से होते हुए बिहार में प्रवेश कर गई। इसके बाद शाम को यात्रा अररिया जिले में पहुंची। कांग्रेस की प्रदेश इकाई के अध्यक्ष अखिलेश प्रसाद सिंह ने किशनगंज में संवाददाताओं से कहा, ‘‘एक स्थानीय मंदिर में पूजा करने के बाद राहुल जी का रात्रि प्रवास अररिया में रहेगा। वह मंगलवार सुबह अपनी यात्रा फिर से शुरू करेंगे और पूर्णिया जिले में प्रवेश करेंगे। राहुल जी दोपहर दो बजे के आसपास पूर्णिया के रंगभूमि मैदान में एक विशाल रैली को संबोधित करेंगे।”

राहुल गांधी के समर्थन में नारेबाजी

पार्टी के अंदरूनी सूत्रों के मुताबिक गांधी की यात्रा मंगलवार शाम को कटिहार जिले में प्रवेश करेगी। इससे पहले दिन में सिंह और पार्टी के अन्य वरिष्ठ नेताओं ने सीमांचल क्षेत्र के एक जिले किशनगंज में उनका स्वागत किया। यह मुस्लिम बहुल क्षेत्र है। पदयात्रा के दौरान राष्ट्रीय ध्वज और पार्टी के झंडे हाथ लिए बड़ी संख्या में कांग्रेस समर्थकों ने राहुल गांधी के समर्थन में नारे लगाए।

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