-हमने कोई कानून नहीं तोड़ा, हिमंत देश के सबसे भ्रष्ट सीएम हैं। यहां काफी बेरोजगारी है।”- राहुल गांधी
-मैंने असम पुलिस के DGP को निर्देश दिया है कि वे राहुल गांधी के खिलाफ भीड़ को उकसाने के लिए FIR दर्ज करें। -मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा
गुवाहाटी (एजेंसी)। राहुल गांधी के नेतृत्व में कांग्रेस की ‘भारत जोड़ो न्याय यात्रा’ असम में है। इसे लेकर काफी विवाद देखने को मिल रहा है, कांग्रेस कार्यकर्ताओं और असम पुलिस के बीच झड़प भी सामने आई। कांग्रेस सांसद राहुल गांधी पर FIR दर्ज की गई है। राहुल गांधी पर ‘भारत जोड़ो न्याय’ यात्रा के दौरान हिंसा के लिए उकसावे के आरोप में केस दर्ज किया गया है।
असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने मंगलवार को इस बात की जानकारी ने दी। उन्होंने कहा, ”कांग्रेस सदस्यों की तरफ से आज हिंसा, उकसावे, सार्वजनिक संपत्ति को नुकसान पहुंचाने और पुलिसकर्मियों पर हमले के संदर्भ में राहुल गांधी, केसी वेणुगोपाल, कन्हैया कुमार और अन्य व्यक्तियों के खिलाफ धारा 120 (बी) 143/147/188/283/427 के तहत केस दर्ज किया गया है।”
राहुल गांधी की ‘भारत जोड़ो न्याय’ यात्रा मंगलवार को गुवाहाटी पहुंची, जिसे असम पुलिस ने रोक दिया। राहुल अपने काफिले के साथ गुवाहाटी शहर के बीच से गुजरना चाहते थे, लेकिन प्रशासन ने इसकी इजाजत नहीं दी। पुलिस ने गुवाहाटी सिटी जाने वाली सड़क पर बैरिकेडिंग कर दी। इसके बाद कांग्रेस समर्थक पुलिस से भिड़ गए। उन्होंने बैरिकेडिंग तोड़ दी। मुख्यमंत्री ने राहुल गांधी पर केस दर्ज करने के निर्देश दिए थे।
हिमंता बिस्व सरमा ने DGP को दिए थे FIR दर्ज करने के निर्देश
असम के मुख्यमंत्री हिमंता बिस्व सरमा ने कहा, “ऐसा बर्ताव असमिया कल्चर का हिस्सा नहीं है। ये नक्सली गतिविधियां हमारी संस्कृति से अलग हैं। मैंने असम पुलिस के DGP को निर्देश दिया है कि वे राहुल गांधी के खिलाफ भीड़ को उकसाने के लिए FIR दर्ज करें। कांग्रेस ने जो वीडियो पोस्ट किए हैं, उन्हें सबूत के तौर पर इस्तेमाल करें।”
पुलिस ने वर्किंग डे बताकर नहीं दी थी परमिशन
असम पुलिस ने वर्किंग डे का कारण बताकर राहुल गांधी की ‘भारत जोड़ो न्याय’ यात्रा को गुवाहाटी के अंदर ले जाने की परमिशन नहीं दी थी। असम पुलिस ने कहा था कि मंगलवार को अगर न्याय यात्रा शहर में गई, तो ट्रैफिक व्यवस्था बिगड़ जाएगी, इसलिए प्रशासन ने रैली को नेशनल हाईवे पर जाने का निर्देश दिया। लेकिन कांग्रेसियों ने पुलिस के बैरिकेड्स तोड़ दिए थे।
असम के सीएम जो कर रहे हैं उससे यात्रा को फायदा मिल रहा है
इस घटना को लेकर राहुल ने कहा कि जिस रास्ते पर हमारी यात्रा को रोका गया है, उसी रास्ते से बजरंग दल और जेपी नड्डा की रैली निकली थी। कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने रास्ते पर लगे बैरिकेड हटा दिए हैं, लेकिन हमने कानून नहीं तोड़ा है। एफआईआर को लेकर राहुल गांधी ने कहा, “असम के सीएम जो कर रहे हैं उससे यात्रा को फायदा मिल रहा है। हमारा प्रचार हो रहा है। इस तरह सीएम और अमित शाह हमारी मदद कर रहे हैं। ये डराने की कोशिश हैं, लेकिन हम डरने वाले नहीं है। लोग बोल रहे हैं कि जेपी नड्डा गुवाहाटी में जा सकते हैं तो राहुल गांधी क्यों नहीं जा सकते? हिमंत देश के सबसे भ्रष्ट सीएम हैं। यहां काफी बेरोजगारी है।”
अब, असम में मुख्य मुद्दा यात्रा है. यह उनकी डराने-धमकाने की रणनीति है. न्याय का हमारा संदेश लोगों तक पहुंच रहा है। मंदिर जाने से और पदयात्रा रोकना इनकी रणनीति है। लोग उनसे पूछ रहे हैं पदयात्रा जेपी नड्डा और बजरंग दल की चली जाती है लेकिन हमारी रोक दी जाती है। ये साफ है कि विपक्ष के तौर पर कांग्रेस लड़ाई लड़ रही है, हमारी अन्य साथी पार्टियां लड़ रही हैं।”
राहुल गांधी की ‘भारत जोड़ो न्याय यात्रा’ 18 जनवरी को नगालैंड से असम पहुंची थी। 20 जनवरी को यह यात्रा अरुणाचल प्रदेश गई, फिर 21 को असम लौट आई। इसके बाद राहुल की यात्रा 22 जनवरी को मेघालय निकली और मंगलवार को एक बार फिर असम पहुंची। राहुल की न्याय यात्रा 25 जनवरी तक असम में ही रहेगी।
राहुल गांधी की ‘भारत जोड़ो न्याय यात्रा’ मणिपुर की राजधानी इंफाल के सेकमई से शुरू हुई थी। 66 दिनों तक चलने वाली ‘भारत जोड़ो न्याय’ यात्रा देश के 15 राज्यों और 110 जिलों से होकर गुजरेगी और 337 विधानसभा सीटों को कवर करेगी। इस यात्रा के दौरान राहुल गांधी जगह-जगह रुक कर स्थानीय लोगों से बात करेंगे।
राहुल गांधी की ‘भारत जोड़ो न्याय’ यात्रा मणिपुर से शुरू होकर नगालैंड, असम, मेघालय, पश्चिम बंगाल, बिहार, झारखंड, ओडिशा, छत्तीसगढ़, उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, राजस्थान और गुजरात से होते हुए महाराष्ट्र में खत्म होगी। इस यात्रा के दौरान राहुल गांधी कुल 6700 किलोमीटर का सफर तय करेंगे। 20 मार्च को मुंबई में ये यात्रा खत्म होगी। .