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ED को अर्पिता के एक और घर से मिला पैसों का अंबार

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नई दिल्ली। बंगाल के शिक्षक भर्ती घोटाले में गिरफ्तार मंत्री पार्थ चटर्जी की करीबी अर्पिता मुखर्जी के एक और घर में जांच अधिकारियों की टीम पहुंची। ईडी सूत्रों से जानकारी के अनुसार अर्पिता मुखर्जी के एक और घर से कोलकाता में बड़ी बरामदगी की गई है। बड़ी मात्रा में कैश बरामद हुआ है कैश गिनने के लिए ईडी के अधिकारी मशीनें भी लाए हैं। बैंक अधिकारियों को मौके पर बुलाया गया है। साथ ही, कुछ और प्रॉपर्टी के दस्तावेज भी मिले हैं। ED को अलमारियों से कैश मिला है। इससे पहले अर्पिता के एक घर से 20.9 करोड़ रुपये नकद और तमाम संपत्तियों के दस्तावेज जांच एजेंसी बरामद कर चुकी है। जिसे लेने के लिए आरबीआई की ओर से ट्रक भी पहुंचे थे।

इस छापेमारी के कुछ दिन बाद अधिकारियों को अर्पिता के एक और घर से पैसों का अंबार मिला है। बताया जा रहा है कि अधिकारी कैश काउंटिंग मशीन अर्पिता के अपार्टमेंट में गए हैं, जहां दोपहर से तलाशी की जा रही है। जांच एजेंसी के अधिकारी जब इस फ्लैट पर पहुंचे तो उसमें ताला बंद था। ताला तोड़कर अधिकारी अंदर घुसे तो वहां भी बड़े पैमाने पर करेंसी देखकर भौचक रह गए। पार्थ चटर्जी और अर्पिता मुखर्जी फिलहाल 3 अगस्त तक ईडी की हिरासत में हैं। पार्थ को गिरफ्तारी के बाद जांच एजेंसी के अधिकारियों द्वारा अस्पताल में भर्ती कराना पड़ा था। उनसे लगातार शिक्षा भर्ती घोटाले को लेकर पूछताछ की जा रही है। ईडी का कहना है कि अर्पिता के घर से मिला धन शिक्षा भर्ती घोटाले के जरिये कमाई गई राशि है, जो पार्थ चटर्जी की है। हालांकि बंगाल सरकार में वरिष्ठ मंत्री पार्थ चटर्जी से इस्तीफे को लेकर सवाल पूछा गया तो वो भड़क गए। पार्थ ने कहा कि इसकी जरूरत क्या है?

अर्पिता मुखर्जी ने बाद में ED को बताया कि उनके घर से बरामद पैसे बंगाल के मंत्री पार्थ चटर्जी के हैं। उसने एजेंसी को बताया कि उससे जुड़ी कंपनियों में पैसा लगाया जाना था। पूछताछ के दौरान अर्पिता ने बताया कि उसकी योजना एक-दो दिन में उसके घर से नकदी के ढेर को हटाने की थी। लेकिन एजेंसी के छापे ने योजना को विफल कर दिया।

शिक्षक भर्ती घोटाले में नाम सामने आने के बाद चटर्जी वर्तमान में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) की हिरासत में हैं। कोलकाता के जोका स्थित ईएसआई अस्पताल के बाहर ये सवाल उनसे पूछा गया था। सुबह चटर्जी और उनकी करीबी अर्पिता मुखर्जी को ईडी की पूछताछ से पहले नियमित जांच के लिए ले जाया गया था। मंत्री को को अस्पताल में कड़ी सुरक्षा के बीच ले जाया गया और वहां से करीब दो घंटे बाद केंद्रीय एजेंसी उन्हें शहर के सॉल्ट लेक इलाके में स्थित सीजोओ कॉम्प्लेक्स के ईडी कार्यालय ले गई।

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