नई दिल्ली। पेट्रोल और डीजल की बढ़ती कीमतों को लेकर जारी सियासय के बीच केंद्र सरकार ने इन उत्पादों पर एक्साइज ड्यूटी कम करने का फैसला लिया है। ईंधन उत्पादों की लगातार बढ़ती कीमतों से आम जनजीवन पर पड़ रहे असर को देखते हुए सरकार ने शनिवार को पेट्रोल एवं डीजल पर लगने वाले उत्पाद शुल्क में क्रमशः 8 रुपये एवं 6 रुपये प्रति लीटर तक की कटौती करने की घोषणा की।
शनिवार को केंद्रीय वित्त मंत्री निर्माला सीतारमण ने इस संबंध में ट्वीट कर जानकारी दी है। उन्होंने ट्वीट कर कहा, ” हम पेट्रोल पर केंद्रीय उत्पाद शुल्क ₹8 प्रति लीटर और डीजल पर ₹6 प्रति लीटर कम कर रहे हैं। इससे पेट्रोल की कीमत 9.5 रुपये प्रति लीटर और डीजल की कीमत 7 रुपये प्रति लीटर कम हो जाएगी। इसका सरकार के लिए लगभग ₹ 1 लाख करोड़ प्रतिवर्ष का राजस्व निहितार्थ होगा। ”
12 सिलेंडर तक 200 रुयपे की सब्सिडी
देश में बढ़ती महंगाई को लेकर केंद्र सरकार ने शनिवार को बड़े ऐलान किए हैं. केंद्र सरकार ने जहां, पेट्रोल और डीजल पर एक्साइज ड्यूटी घटाने की घोषणा की है। वहीं, गैस सिलेंडर पर 200 रुपए सब्सिडी का भी ऐलान किया है। यह सब्सिडी प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना के 9 करोड़ से अधिक लाभार्थियों को मिलेगी। हालांकि, सब्सिडी सालाना 12 सिलेंडर पर दी जाएगी। वित्त मंत्री निर्मला सीतारमन ने ट्वीट कर जानकारी दी है। उन्होंने ट्वीट करते हुए लिखा है, ” इस साल प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना के 9 करोड़ से अधिक लाभार्थियों को 200 रुपए प्रति गैस सिलेंडर (12 सिलेंडर तक) की सब्सिडी देंगे। इससे हमारी माताओं और बहनों को मदद मिलेगी। इससे सालाना करीब 6100 करोड़ रुपए का राजस्व प्रभावित होगा। ”
ध्यान देने वाली बात है कि पेट्रोल और डीजल पर एक्साइज ड्यूटी कम करने और गैस सिलेंडर पर 200 रुपये की सब्सिडी के संबंध में ऐलान करने के साथ ही एक-एक कर किए गए 12 ट्वीट में वित्त मंत्री ने कई उत्पादों पर एक्साइज, कस्टम, इंपोर्ट और एस्कपोर्ट ड्यूटी कम करने की जानकारी दी है।
मंत्री ने ट्वीट कर कहा, ” हम प्लास्टिक उत्पादों के लिए कच्चे माल और बिचौलियों पर सीमा शुल्क भी कम कर रहे हैं, जहां हमारी आयात निर्भरता अधिक है। इससे अंतिम उत्पादों की लागत में कमी आएगी। इसी तरह हम लौह और इस्पात के लिए कच्चे माल और बिचौलियों पर उनकी कीमतों को कम करने के लिए सीमा शुल्क को कम कर रहे हैं। स्टील के कुछ कच्चे माल पर आयात शुल्क कम किया जाएगा। हालांकि, कुछ स्टील उत्पादों पर निर्यात शुल्क लगाया जाएगा। ”
सब्सिडी छोड़ चुके है, उनको कोई लाभ नहीं
बता दें कि अभी देशभर में घरेलू गैस के लिए लोगों को 1000 से 1100 से रुपये के बीच में चुकाना पड़ रहा है। बता दें कि बीते इसी महीने तेल कंपनियों ने घरेलू गैस (14.2 किलो) सिलेंडर की कीमत में 50 रुपये की वृद्धि की थी। इस कारण घरेलू सिलेंडर की कीमत 999.50 रुपये प्रति सिलेंडर हो गई थी। इससे पहले इस साल मार्च में घरेलू सिलेंडर के दाम में 50 रुपये की बढ़ोतरी की गई थी। ऐसे केंद्र सरकार ये फैसला आम जनता को राहत देगा। लेकिन वैसे लोग जो सब्सिडी छोड़ चुके है, उनको कोई लाभ नहीं होगा।
प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना के 9 करोड़ से अधिक लाभार्थियों को ₹200 प्रति गैस सिलेंडर की सब्सिडी दी जाएगी। सब्सिडी मिलने के बाद दिल्ली में 14.2 किलोग्राम वजन वाले रसोई गैस सिलेंडर की प्रभावी कीमत घटकर 803 रुपये हो जाएगी। अभी दिल्ली में एक एलपीजी सिलेंडर 1,003 रुपये की कीमत में मिलता है।
मोदी सरकार में महंगाई है कम
1.10 करोड़ रुपए की उर्वरक सब्सिडी देने का ऐलान किया है, जो इस साल के बजट में ऐलान की गई 1.05 लाख करोड़ रुपए से अतिरिक्त होगी। सरकार ने इसके पहले चार नवंबर, 2021 को भी पेट्रोल पर उत्पाद शुल्क में पांच रुपये प्रति लीटर और डीजल पर 10 रुपये प्रति लीटर की कटौती की थी। लेकिन मार्च, 2022 के दूसरे पखवाड़े से पेट्रोल एवं डीजल की कीमतों में फिर से बढ़ोतरी शुरू हो गई थी जिसके लिए रूस-यूक्रेन युद्ध के कारण अंतरराष्ट्रीय स्तर पर कच्चे तेल के दाम में हुई वृद्धि को जिम्मेदार बताया गया।
निर्मला सीतारमण ने कहा, ” पीएम मोदी ने जब से जिम्मा संभाला है, केंद्र सरकार गरीबों के कल्याण के लिए समर्पित। हमने गरीबों और मध्यम वर्ग की मदद के लिए कई कदम उठाए हैं। नतीजतन, हमारे कार्यकाल के दौरान औसत महंगाई पिछली सरकारों की तुलना में कम रही है। “