Site icon Drashta News

बीजेपी नेताओं का आतिशबाज़ी प्रचार सफल, ‘रेड जोन’ में पहुंचा AQI

DrashtaNews

नई दिल्ली। प्रकृति और पर्यावरण के विनाश को राजनेताओं के प्रयास सफल कर रहे हैं। दिल्ली में सोमवार की रात दीपावली के मौके पर आतिशबाजी के कारण शहर की हवा की गुणवत्ता में भारी गिरावट दर्ज की गई। अधिकांश वायु गुणवत्ता निगरानी स्टेशनों ने ‘रेड ज़ोन’ में प्रदूषण का स्तर दिखाया, जो ‘बहुत खराब’ से ‘गंभीर’ श्रेणी को दर्शाता है। रात 10 बजे तक दिल्ली का समग्र वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) 344 रहा, जो ‘बहुत खराब’ श्रेणी में है, जबकि चार स्टेशनों पर AQI ‘गंभीर’ (400 से ऊपर) दर्ज किया गया।

बहुत खराब’ हवा की गुणवत्ता दर्ज

भारत में पर्यावरण के विनाश की नई परम्परा राजनेताओं द्वारा शुरू की जा चुकी है। एक तरफ सरकार पर्यावरण की रक्षा करने के नाम पर हर साल हज़ारों करोड़ रुपये खर्च करती है तो दूसरी ओर उसी सत्ता पर काबिज़ राजनेता उसी धन और संसाधनों से प्रकृति का विनाश कर रहे हैं। बीजेपी नेताओं द्वारा धर्मिक त्योहारों पर आतिशबाज़ी का प्रचार सफल हो रहा है। दिल्ली में आतिशबाज़ी से भयानक प्रदुषण फ़ैल चूका है।

केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (CPCB) द्वारा विकसित SAMEER ऐप के अनुसार, द्वारका (417), अशोक विहार (404), वज़ीरपुर (423) और आनंद विहार (404) में हवा की गुणवत्ता ‘गंभीर’ थी। दिल्ली का 24 घंटे का औसत AQI, जो प्रतिदिन शाम 4 बजे रिपोर्ट किया जाता है, 345 पर ‘बहुत खराब’ श्रेणी में रहा, जो रविवार के 326 की तुलना में अधिक है। दोपहर में, 38 में से 31 स्टेशनों ने ‘बहुत खराब’ हवा की गुणवत्ता दर्ज की, जबकि तीन स्टेशन ‘गंभीर’ श्रेणी में थे।

दिल्ली के वायु प्रदूषण में योगदान

मंगलवार और बुधवार को दिल्ली की हवा की गुणवत्ता के और बिगड़कर ‘गंभीर’ श्रेणी में व्यापक रूप से पहुंचने की आशंका है। CPCB के अनुसार, AQI को 0-50 के बीच ‘अच्छा’, 51-100 ‘संतोषजनक’, 101-200 ‘मध्यम’, 201-300 ‘खराब’, 301-400 ‘बहुत खराब’ और 401-500 ‘गंभीर’ श्रेणी में वर्गीकृत किया जाता है। डिसीजन सपोर्ट सिस्टम (DSS) के आंकड़ों के अनुसार, सोमवार को दिल्ली के वायु प्रदूषण में परिवहन उत्सर्जन का योगदान 15.6 प्रतिशत था, जबकि उद्योगों सहित अन्य कारकों का योगदान 23.3 प्रतिशत रहा।

रविवार को, वायु गुणवत्ता प्रबंधन आयोग (CAQM) ने दिल्ली-एनसीआर में ग्रेडेड रिस्पॉन्स एक्शन प्लान (GRAP) के चरण II को लागू किया। अधिकारियों ने लोगों से आतिशबाजी के उपयोग में सावधानी बरतने और प्रदूषण कम करने के लिए सार्वजनिक परिवहन का उपयोग करने की अपील की है। दिल्ली में बढ़ते प्रदूषण स्तर को नियंत्रित करने के लिए प्रशासन और संबंधित विभाग सक्रिय रूप से निगरानी और कार्रवाई कर रहे हैं।

Exit mobile version