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प्रदूषण को नियंत्रित करने के लिए 586 टीमें गठित, दिल्ली में कुछ कामों पर प्रतिबंध

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नई दिल्ली। प्रदूषण दिल्लीवासियों की चिंता बढ़ा रहा है। दिल्ली सरकार के पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने आज कहा कि दिल्ली और NCR के इलाके में प्रदूषण का स्तर सर्दियों में बढ़ता है। यह पहला धूल, दूसरा बायो मास बर्निंग और तीसरा गाड़ियों के धुंए से प्रदूषण होता है। साथ ही मेट्रीलॉजिकल परिस्थिति के कारण दिल्ली में प्रदूषण बढ़ता है। 

उन्होंने कहा कि जो अनुमान अभी एक्सपर्ट्स की तरफ से आ रहे हैं उसमें हवा की गति नॉर्थ वेस्ट की तरफ से 4 से 8 किलोमीटर प्रति घंटे  रहने की संभावना है। इसको देखते हुए CAQM ने ग्रेप का तीसरा चरण लागू करने का फैसला लिया। आज हमने संबंधित विभागों की बैठक ली और दिल्ली में CAQM का ऑर्डर लागू करने का निर्णय लिया है। 

गोपाल राय ने कहा कि, अलग-अलग विभागों की हमने 586 टीमें बनाई हैं। ये टीमें आज से दिल्ली में कंस्ट्रक्शन व डिमोलिएशन के काम को मॉनिटर करेंगी और बैन पूरी तरह लागू हो इसके लिए काम करेंगी। जहां छूट दी जा रही है वहां कंस्ट्रक्शन के नियमों का पालन करना होगा। जिन-जिन गतिविधियों को छूट दी गई है उनमें रेलवे, मेट्रो, राष्ट्रीय परियोजनाएं, अस्पताल, राजमार्ग बनाना शामिल है। उन्होंने कहा कि, आंतरिक डेकोरेशन आंतरिक बिजली का काम,प्लंबिंग और फर्नीचर का काम किया जा सकता है।  

गोपाल राय ने कहा कि, DPCC ने हमें जो रिपोर्ट दी है उसमें आनंद विहार में 440 और विवेक विहार 408 AQI है इसके अलावा सब स्टेशन पर AQI 400 से कम है। वहां RRTC का काम चल रहा है और इसके लिए वहां स्प्रेंकल करने और स्मॉग गन का इस्तेमाल किया जा रहा है. अब फायर ब्रिगेड की गाड़ियों को भी हॉट स्पॉट पर लगाया गया है। 

उन्होंने कहा कि, आनंद विहार इलाके में डीजल बसों का भी रोल है, इसलिए यूपी सरकार से निवेदन है कि कम से कम एनसीआर में CNG बसों की व्यवस्था करे। अभी पराली जलने की हरियाणा, पंजाब और यूपी के 1800 जगहों से रिपोर्ट है।  उन्होंने कहा कि, फेस 3 कंस्ट्रक्शन बैन का है।  अगर AQI 450 जाता है और स्थिति सीवयर होती है तो  CAQM का जो डायरेक्शन आएगा वो लागू किया जाएगा।  

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